हैप्पी फादर्स डे 2020: 'बेटा, तुमसे ना हो पाएगा...' फिल्मी फादर्स के फेमस डायलॉग पढ़ कर चेहरे पर आ जाएगी स्माइल

By मेघना वर्मा | Published: June 21, 2020 12:18 PM2020-06-21T12:18:51+5:302020-06-21T12:49:37+5:30

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पिता और बच्चे का रिश्ता सबसे अनोखा होता है। एक बेटे के लिए पिता की अहमियत क्या होती है उसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता।

पिता के प्यार और स्नेह का वैसे तो कोई मोल नहीं मगर हर साल लोग जून महीने के तीसरे रविवार को फादर्स डे के रूप में मनाते हैं जो आज देश भर में मनाया जा रहा है।

रियल लाइफ के अलावा रील लाइफ में भी बॉलीवुड के कुछ ऐसे पिता पर्दे पर दिखाए गए हैं जिनके डायलॉग्स और इमोशन आपका दिल छू जाते हैं। ये आपको हसांते भी हैं और जिंदगी के मायने भी बताते हैं। आइए आपको बताते हैं फेमस फिल्मों के डैड के फेमस डायलॉग्स-

अनुपम खेर- (दिल वाले दुल्हनियां ले जाएंगे,1995) : फेल होना और पढ़ाई ना करना...हमारे खानदान की परंपरा है

तिगमांशु धूलिया (रामधीर सिंह, गैंग्स ऑफ वासेपुर, 2012): बेटा, तुमसे ना हो पाएगा...

अमिताभ बच्चन (राज मल्होत्रा. बागबान, 2003): जो बच्चे अपने मां-बाप को प्यार नहीं दे सकते, सहारा नहीं दे सकते, मान-सम्मान नहीं दे सकते...उन्हें मैं कभी माफ नहीं करता...

अमरीश पुरी (बलदेव सिंह, दिलवाले दुल्हनियां ले जाएंगे, 1995): जा सिमरन जा...जी ले अपनी जिंदगी...जा बेटा जा

मनोज बाजपेयी (सरदार खान, गैंग्स ऑफ वासेपुर, 2012): अगर हमारे बेटे को कुछ हो जाता तो इतना गोली मारते कि आप कि आपका ड्राइवर भी खाली खोखा बेच-बेच कर रईस हो जाता

'रिश्ते में तो हम तुम्हारे बाप लगते हैं, नाम है शहंशाह': अमिताभ बच्चन

फारुख खेश (मिस्टर थापर, ये जवानी है दिवानी, 2013): जहां तुम्हारा जी चाहे जाओ, जो जी चाहे करो, जिस तरह जिंदगी जीनी हो जियो,बेटा एक बात याद रखना जिंदगी में चाहे जो हो जाए, कुछ भी, मैं हमेशा तुम्हारे साथ हूं