मध्य प्रदेश में कांग्रेस बेहाल, एक माह के अंदर तीन MLA ने दिया इस्तीफा, 27 सीट पर उपचुनाव, see pics

By सतीश कुमार सिंह | Published: July 23, 2020 05:00 PM2020-07-23T17:00:17+5:302020-07-23T17:13:43+5:30

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मध्य प्रदेश में कांग्रेस को झटका पर झटका लग रहा है। मांधाता से कांग्रेस विधायक नारायण पटेल ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। वह भाजपा में जा सकते हैं। विधानसभा के अस्थाई अध्यक्ष रामेश्वर शर्मा ने इस्तीफा मंजूर कर लिया।

बुरहानपुर जिले की नेपानगर विधानसभा सीट से कांग्रेस की महिला विधायक सुमित्रा देवी कासडेकर ने विधानसभा की सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया था। कुछ दिन पहले बड़ा मलाहरा सीट से कांग्रेस के विधायक प्रद्युम्न सिंह लोधी ने विधानसभा की सदस्यता से त्यागपत्र दिया था।

नारायण पटेल के त्यागपत्र के साथ ही, राज्य में कुल 230 सीटों में से 27 विधानसभा सीटें अब खाली हो गयी हैं, जिसके लिए जल्द ही उपचुनाव होंगे। सूत्रों ने बताया कि लोधी, भाजपा की वरिष्ठ नेता उमा भारती के संपर्क में थे।

इस्तीफा देने के कुछ घंटों बाद ही प्रदेश सरकार ने प्रद्युम्न सिंह लोधी कैबिनेट मंत्री का दर्जा देते हुए मध्य प्रदेश राज्य नागरिक आपूर्ति निगम का अध्यक्ष नियुक्त कर दिया।

पहले मार्च माह में 22 कांगेस के विधायक बागी हो त्यागपत्र देने के बाद भाजपा में शामिल हो गये थे। इनमें से अधिकांश सिंधिया समर्थक हैं। इसके परिणाम स्वरूप प्रदेश में 15 माह पुरानी कांग्रेस की कमलनाथ सरकार गिर गयी थी।

इसके बाद 23 मार्च को शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में प्रदेश में भाजपा सरकार बनी। लोधी, पटेल और सुमित्रा देवी के त्यागपत्र के बाद मध्य प्रदेश विधानसभा में कांग्रेस की ताकत घटकर 89 रह गयी है।

कुल 25 विधायकों के कांग्रेस छोड़ने तथा दो विधायकों की निधन के कारण विधानसभा में वर्तमान में 27 सीटें रिक्त हो गयी हैं और विधानसभा की प्रभावी संख्या 204 हो गयी है।

इसमें भाजपा के 107 विधायक हैं जबकि चार निर्दलीय, दो बसपा और एक सपा का विधायक हैं।