Weather updates: बाढ़ और बारिश, केरल से लेकर असम तक तबाही, विनाशलीला, see pics

By सतीश कुमार सिंह | Published: August 7, 2020 02:53 PM2020-08-07T14:53:39+5:302020-08-07T14:59:32+5:30

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बिहार में बाढ़ से अबतक 21 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 16 जिलों की 69,03640 आबादी इससे प्रभावित है। आपदा प्रबंधन विभाग से बृहस्पतिवार को प्राप्त जानकारी के मुताबिक बाढ़ से दरभंगा जिले में सबसे अधिक सात लोगों, मुजफ्फरपुर में छह, पश्चिम चंपारण में चार तथा सारण एवं सिवान में दो-दो व्यक्तियों की अबतक मौत हो चकी है।

बिहार के 16 जिलों सीतामढ़ी, शिवहर, सुपौल, किशनगंज, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, पूर्वी चम्पारण, पश्चिम चंपारण, खगडिया, सारण, समस्तीपुर, सिवान, मधुबनी, मधेपुरा एवं सहरसा जिले के 124 प्रखंडों के 1185 पंचायतों की 6903640 आबादी बाढ़ से प्रभावित है।

महाराष्ट्र के मुंबई और आसपास के इलाकों में भारी बारिश का दौर जारी है और मौसम विभाग ने इसके मद्देनजर बुधवार के लिए रेड अलर्ट जारी किया है।

इडुक्की जिले के राजमाला के पेत्तिमुदी में मूसलाधार बारिश के कारण शुक्रवार सुबह भूस्खलन हुआ, जिसमें एक चाय बागान के कई मजदूरों के फंसे होने की आशंका है।

अधिकारियों ने बताया कि लगातार बारिश के कारण बिजली की लाइन प्रभावित होने से इलाके में संचार सेवाएं बाधित हैं। उन्होंने बताया कि कम से कम 70 लोगे के वहां फंसे होने की आशंका है।

तमिलनाडु के नीलगिरि जिले में सोमवार से हो रही भारी बारिश की वजह से करीब 200 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। उत्तर भारत में उत्तर प्रदेश के 16 जिले बाढ़ से प्रभावित हैं। वहीं उत्तराखंड के बारिश से प्रभावित इलाकों में राहत एवं बचाव कार्य चल रहा है।

उत्तर प्रदेश के 17 जिलों के 666 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। शारदा, राप्ती और घाघरा नदियां अलग-अलग जगहों पर खतरे के निशान को पार कर गयी हैं। राज्य के राहत आयुक्त संजय गोयल ने बृहस्पतिवार को बताया कि आंबेडकरनगर, अयोध्या, आजमगढ, बहराइच, बलिया, बलरामपुर, बाराबंकी, बस्ती, गोण्डा, गोरखपुर, कुशीनगर, लखीमपुर खीरी, मऊ, संत कबीर नगर, सिद्धार्थनगर, महाराजगंज और सीतापुर बाढ़ से प्रभावित हुआ है।

असम में बाढ़ की स्थिति में लगातार सुधार हो रहा है, हालांकि राज्य के दस जिलों में अब भी करीब 84,100 लोग इससे प्रभावित हैं। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) ने कहा कि अभी, 177 गांव और 15,964 हेक्टेयर भूमि जलमग्न है। बुधवार को 15 जिलों के 270 गांवों में 1.43 लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित थे।

एएसडीएमए ने कहा कि 54,300 से अधिक लोगों के साथ गोलपारा सबसे अधिक प्रभावित जिला है जबकि बोंगाईगांव और कोकराझार जिलों में करीब 8,000 और 4,200 लोग बाढ़ से पीड़ित हैं। एएसडीएमए ने कहा कि अधिकारी चार जिलों में छह राहत शिविर और वितरण केंद्र चला रहे हैं जहां अभी 514 लोगों ने शरण ले रखी है।

कर्नाटक के कई हिस्से मूसलाधार बारिश के बाद लगातार तीसरे साल बाढ़ की स्थिति का सामना कर रहे है। इन स्थानों पर जान-माल के लिए खतरा पैदा हो गया है।

राज्य के कई तटीय जिलों, मलनाड और उत्तरी अंदरूनी इलाकों में भारी बारिश हो रही है और इसके जारी रहने की संभावना है। वहीं पर्वतीय कोडागू और चिकमंगलूर जिलों में भूस्खलन की खबरें हैं। राज्य के कई हिस्सों में बाढ़ जैसी स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने आपात राहत के लिए तत्काल 50 करोड़ रुपये जारी करने का आदेश दिया है।

कर्नाटक सरकार ने हाल ही में कहा था कि उन्होंने 19 जिलों के 1,989 गांव को बाढ़ ग्रस्त इलाके के रूप में पहचान की थी। यहां 51 लाख से ज्यादा की आबादी है। कर्नाटक मे पिछले साल भयानक बाढ़ की वजह से 80 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी और करीब सात लाख लोग विस्थापित हो गए थे।

भूस्खलन के कारण करीब 10 मजूदरों के घर वहां धंस गए हैं। पुलिस और दमकल कर्मी मौके पर मौजूद हैं और जिला प्रशासन ने अस्पतालों से भी हर स्थिति का सामना करने के लिए तैयार रहने को कहा है। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने इलाके में ‘रेड अलर्ट’ भी घोषित कर दिया है।

महाराष्ट्र में, भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने मुंबई महानगर क्षेत्र (एमएमआर) और राज्य के कुछ और इलाके के लिए बुधवार को रेड अलर्ट जारी किया है। वहीं, ठाणे, पालघर, नासिक के लिए चेतावनी जारी की गई। मुंबई और उपनगरीय इलाकों के पटरी पर पानी भरने की वजह से कुछ रूट पर मंगलवार सुबह लोकल ट्रेन सेवाएं स्थगित रहीं।

उत्तरी कर्नाटक के कई हिस्से खास तौर पर सीमावर्ती बेलगावी जिले में कृष्णा नदी और उसकी सहायक नदियों में पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र और इस जिले में भी भारी बारिश के बाद जलस्तर बढ़ने से बाढ़ जैसी स्थिति है। तुंगभद्र नदी में बहाव तेज होने से बल्लारी जिले के भी हिस्सों में बाढ़ की स्थिति है।