कौन हैं मोहन यादव एमपी के होने वाले नए सीएम? जानिए उनके बारे में ये अहम 10 बातें

By रुस्तम राणा | Published: December 11, 2023 05:50 PM2023-12-11T17:50:47+5:302023-12-11T17:50:47+5:30

Next

मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान की छुट्टी हो गई है। मोहन यादव राज्य के नए मुख्यमंत्री होंगे। सोमवार को विधायक दल की बैठक के बाद उनके नाम पर मुहर लगाई गई।

मोहन यादव का राजनीतिक करियर 2013 में विधायक के रूप में उनके पहले चुनाव के साथ शुरू हुआ, और उसके बाद 2018 के चुनाव में उन्हें फिर से चुना गया। जबकि 2023 में भी वह तीसरी वार उज्जैन दक्षिण सीट से विधायक बने।

2023 के मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में, मोहन यादव ने कांग्रेस उम्मीदवार चेतन प्रेमनारायण यादव के खिलाफ 12,941 वोटों के अंतर से जीत हासिल की। उन्हें 95,699 वोट मिले।

राजनीति में उनका कद तब ऊँचा हुआ जब उन्होंने 2 जुलाई, 2020 को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली।

वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के करीबी माने जाते हैं और क्षेत्र में पकड़ और सीनियर नेताओं से तालमेल होने के कारण केंद्रीय नेतृत्व ने उन पर भरोसा जताया है।

संघ में सक्रियता की वजह से मोहन यादव 1997 में भाजयुमो प्रदेश समिति में अपनी जगह बनाई। 1998 में उन्हें पश्चिम रेलवेबोर्ड की सलाहकार समिति के सदस्य भी बने।

यादव 1993-95 में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ, उज्जैन नगर के सह खंड कार्यवाह, सायं भाग नगर कार्यवाह 1996 में खण्ड कार्यवाह और नगर कार्यवाह रहे हैं।

25 मार्च 1965 को मध्य प्रदेश के उज्जैन में जन्मे मोहन यादव कई सालों से बीजेपी से जुड़े हुए हैं। अपने राजनीतिक प्रयासों के अलावा, उन्हें एक व्यवसायी के रूप में भी जाना जाता है।

एमपी उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव ने काफी संघर्ष के बाद राजनीति में मुकाम साहिल की है। छात्र राजनीति से करियर की शुरुआत करने वाले मोहन यादव बीजेपी के स्थापित नेता हैं।

58 वर्षीय नेता को, जो कि ओबीसी चेहरा हैं, भाजपा ने 2024 के चुनाव के मद्देनजर इस पद के लिए चुना है। भाजपा लोकसभा चुनाव में भी इसे अपना हथियार बनाकर पेश कर सकती है।