1 / 8राजस्थान के डूंगरपुर जिले के बिछीवाड़ा थाना क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग आठ पर उग्र प्रदर्शनकारियों ने शुक्रवार को पुलिस दल पर पथराव किया और कुछ बसों को आग के हवाले कर सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया।2 / 8प्रशासन ने एहतियातन जिले में निषेधाज्ञा लगाते हुए इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी हैं। एक शीर्ष अधिकारी ने इसकी जानकारी दी । जिला कलेक्टर कानाराम ने बताया कि अभी स्थिति नियंत्रित है लेकिन राष्ट्रीय राजमार्ग अब भी बंद है। प्रदर्शनकारियों ने कुछ बसों को आग के हवाले कर दिया।3 / 8उदयपुर रेंज की पुलिस महानिरीक्षक विनिता ठाकुर ने बताया कि जिले में निषेधाज्ञा लागू की गई है और इंटरनेट सेवाओं को बंद कर दिया गया है। इस बीच यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष गणेश घोघरा ने कहा कि जो वातावरण बिगड़ रहा है वह सरकार को बदनाम करने की साजिश है। 4 / 8आदिवासियों को टीएसपी क्षेत्र में जो भी उपर उठाया है वह कांग्रेस की देन है। उन्होंने कहा, ‘‘हम अंहिसा में विश्वास रखते हैं। हम कांग्रेस पार्टी की विचारधारा के हैं और 36 कौमों को साथ लेकर चलते हैं। हम किसी का अधिकार नहीं लेंगे और आदिवासियों को जो संविधान में लिखा है वो अधिकार मिलना चाहिए है।’’ 5 / 8उन्होंने कहा कि प्रशासनिक सेवा में जनसंख्या के आधार पर आरक्षण मिल जाये तो हमारा यह आंदोलन,धरने प्रदर्शन हमेशा के लिये खत्म हो जायेंगे। उल्लेखनीय है कि बृहस्पतिवार शाम को राष्ट्रीय राजमार्ग आठ पर अध्यापक पात्रता परीक्षा (रीट) से जुड़ी अपनी मांगों को लेकर उग्र भीड़ ने पुलिस दल पर पथराव किया और पुलिस वाहनों को आग के हवाले कर दिया था। 6 / 8इस बीच अशोक गहलोत ने ट्वीट के जरिये कहा 'डूंगरपुर में उपद्रव एवं हिंसक प्रदर्शन बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। विरोध करने के संवैधानिक अधिकार का इस्तेमाल हो,शांतिपूर्ण प्रदर्शन हों लेकिन कानून को अपने हाथ में लेने का किसी को अधिकार नहीं है।7 / 8प्रदर्शनकारियों से मेरी अपील है कृपया शांति एवं कानून-व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग करें।' अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला व प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने राजस्थान के डूंगरपुर जिले में प्रदर्शनकारियों से शांति बनाए रखने व कानून अपने हाथ में नहीं लेने की अपील की है।8 / 8डूंरगपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, बिछीवाड़ा थानाधिकारी सहित कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। रात होने पर भी आंदोलनकारी बिछीवाड़ार से मोतली मोड़ के बीच करीब बारह किलोमीटर क्षेत्र पर कब्जा जमाए हुए हैं।