भगत सिंह जयंती: पढ़ें महान स्वतंत्रता सेनानी के क्रांतिकारी विचार

By संदीप दाहिमा | Published: September 28, 2019 06:21 AM2019-09-28T06:21:00+5:302019-09-28T06:21:00+5:30

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भगत सिंह का जन्म 27/28 सितंबर 1907 को ब्रिटिश कालीन भारत के पंजाब सूबे में सरदार किशन सिंह और विद्यावती के घर हुआ था।

शहीद भगत सिंह का एक विचार बेहद प्रचलित है - 'आदमी को मारा जा सकता है, उसके विचारों को नहीं'।

भगत सिंह का यह विचार आज की सच्चाई बन गया।

आज भी लोगों के जहां में शहीद भगत सिंह की कही एक एक बात बसी है।

अंग्रेजों ने भले ही भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को शहीद कर दिया, लेकिन तीनों की कुर्बानी की दास्ताँ, उनके विचार और बुलंद क्रांतिकारी स्वभाव की छवि आज भी लोगों के दिलों में ताजा है।

शहीद-ए-आजम भगत सिंह के ये अनमोल विचार आज में लोगों के दिलों में जिंदा है।

आठ अप्रैल 1929 को बटुकेश्वर दत्त और भगत सिंह ने भारतीय संसद में बम फेंककर अपना विरोध जताया।

गत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को लाहौर की सेंट्रल जेल में 23 मार्च 1931 को अपने वतन की आजादी के लिए लड़ने की सजा के तौर पर फाँसी दे दी गयी।

23 मार्च को देश में शहीदी दिवस के रुप में मनाया जाता है।

साल के नौवें महीने का यह 27वां दिन इतिहास में भारत माता के सबसे लाडले पुत्र और उसे अंग्रेजों की गुलामी से मुक्ति दिलाने के लिए 23 बरस की छोटी सी उम्र में फांसी के फंदे पर झूल गए अमर शहीद भगत सिंह के जन्मदिन के तौर पर दर्ज है।