दीपोत्‍सव पर सजेगी अयोध्‍या, 5.51 लाख दीप जलेंगे, सरयू की भव्‍य आरती, देखें तस्वीरें

By सतीश कुमार सिंह | Published: November 12, 2020 02:58 PM2020-11-12T14:58:16+5:302020-11-12T15:02:58+5:30

Next

उत्तर प्रदेश सरकार कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए इस बार भी अयोध्‍या में भव्‍य दीपोत्‍सव मनाने की तैयारी में जुट गई है। मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने कहा है कि दीपोत्सव-2020 के अवसर पर अयोध्‍या में राम की पैड़ी पर पांच लाख 51 हजार दीप प्रज्ज्वलित किए जाएंगे।

उल्‍लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले पांच अगस्‍त को अयोध्‍या में राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन किया था। मुख्‍यमंत्री आदित्‍यनाथ दीपोत्‍सव पर अयोध्‍या में श्रीरामजन्‍मभूमि पहुँचकर रामलला के दर्शन करेंगे और वहां दीप प्रज्‍ज्‍वलित करेंगे। आदित्‍यनाथ के नेतृत्‍व में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने के साथ ही दीपावली पर अयोध्‍या में भव्‍य दीपोत्‍सव की परंपरा शुरू हुई और प्रतिवर्ष इसकी भव्‍यता बढ़ रही है।

मुख्‍यमंत्री ने दीपोत्सव-2020 के पर्व पर पर सरयू (नदी) की भव्य एवं दिव्य आरती की व्यवस्था करने और पूरी अयोध्‍या की भव्‍य सजावट के निर्देश दिए हैं। उन्‍होंने कहा है कि श्रीराम जन्म भूमि, कनक भवन, राम की पैड़ी, हनुमान गढ़ी सहित सभी मंदिरों में बिजली की सजावट की जाए। इसी प्रकार पुलों, विद्युत पोल आदि पर बिजली की झालर लगायी जाएं। इन कार्यक्रमों में एकरूपता हो। इससे दीपोत्सव की शोभा और बढ़ेगी।

उत्‍तर प्रदेश के पर्यटन विभाग, अयोध्‍या के जिला प्रशासन और डॉक्‍टर राम मनोहर लोहिया विश्‍वविद्यालय के संयुक्‍त तत्‍वावधान में 12 से 16 नवंबर तक दीपोत्‍सव का आयोजन किया जाएगा। मुख्‍यमंत्री ने कहा कि दीपोत्‍सव पर अयोध्‍या के सभी मठ, मंदिरों एवं घरों में दीप प्रज्‍ज्‍ज्‍वलन की ऐसी व्‍यवस्‍था की जाए जिससे भगवान श्रीराम की नगरी दीपों के प्रकाश से पूरी तरह आलोकित हो जाए। उन्‍होंने मठ मंदिरों में भजन तथा रामायण पाठ का आयोजन कराने के निर्देश दिए।

कोविड-19 महामारी के प्रसार और राम मंदिर निर्माण की तैयारियों के बीच यह पहला दीपोत्सव होगा। इसे ऐतिहासिक एवं यादगार समारोह बनाने को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। पिछले वर्ष यह समारोह पांच से सात दिनों तक चला था लेकिन इस वर्ष यह तीन दिनों तक चलेगा।

समारोह के दौरान भव्य सांस्कृतिक संध्या का आयोजन होगा जिसमें महिलाएं ‘‘मिशन शक्ति’’ अभियान को बढ़ावा देने के लिए हिस्सा लेंगी। संस्कृति विभाग ने इसके लिए रूपरेखा तैयार कर ली है और इस पर काम भी शुरू हो गया है।

अधिकारियों ने बताया कि भगवान राम के वनवास से लौटने पर अयोध्या में होने वाला राज्याभिषेक समारोह आकर्षण का केंद्र होगा और उत्तर प्रदेश व अन्य राज्यों की महिला कलाकार अपनी प्रस्तुति से इसे और भव्य बनाएंगी।

चौथा दीपोत्सव अपने सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से मिशन शक्ति को बढ़ावा देगा। समारोह का विषय महिला सशक्तीकरण होगा। सभी समारोहों में सैकड़ों महिलाएं अपनी प्रतिभा दिखाएंगी। यही नहीं इस वर्ष राम कथा पार्क में रामलीला का आयोजन महिलाएं करेंगी और सरयू नदी के तट पर दीया जलाने के मुख्य कार्यक्रम में अधिकतर महिलाएं ही शामिल होंगी।

अयोध्या के जिलाधिकारी अनुज कुमार झा ने से कहा, ‘‘भगवान राम की जयघोष के बीच 5.51 लाख दीये अयोध्या में जलाए जाएंगे। दीपोत्सव कार्यक्रम की तैयारियां पूरे जोर-शोर से चल रही हैं।’’ 

दीपोत्सव की तैयारी में जुटी भगवानराम की नगरी अयोध्या में बुधवार से अगले चार दिनों तक बाहरियों का प्रवेश वर्जित रहेगा और लोगों की आवाजाही की ड्रोन कैमरों से निगरानी की जाएगी।

 दीपोत्सव कार्यक्रम के लिए यहां बहु स्तरीय सुरक्षा प्रबंधन किया गया है। इस दीपोत्सव में राज्यपाल आनंदी बेन पटेल एवं मुख्यमंत्री हिस्सा लेंगे। अयोध्या के पुलिस उपमहानिरीक्षक दीपक कुमार ने कहा, ‘‘ हम बुधवार से अयोध्या में किसी भी बाहरी को नहीं आने देंगे।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ हम ड्रोन कैमरों की मदद से रात-दिन निगरानी कर रहे हैं। अयोध्या आने वाले सभी मार्गों, यहां तक की तंग गलियों एवं सरयू नदी वाले रास्तों, पर भी उच्च सुरक्षा की गयी है।’’ कुमार ने कहा कि किसी को भी बिना सुरक्षा पास के दीपोत्सव के लिए कार्यक्रम स्थल पर नहीं आने दिया जाएगा।

उन्होंने कहा, ‘‘ व्यवस्था मजबूत करने के लिए रोजाना सुरक्षा अभ्यास किये जा रहे हैं क्योंकि राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री मुख्य कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे।’’ पुलिस संदिग्ध व्यक्तियों को लेकर वाहनों, होटलों एवं धर्मशालाओं की जांच कर रही है। कुमार ने अयोध्या के लोगों से कोविड-19 नियमों का कड़ाई से पालन करने और घरों में रहकर डिजिटल माध्यम से दीपोत्सव का आनंद लेने की अपील की। मुख्य कार्यक्रम 13 नवंबर को तीन बजे होगा। उसका प्रसारण किया जाएगा। दूरदर्शन पर भी उसका सीधा प्रसारण होगा।