1 / 7शनिवार (6 अक्टूबर ) को दिल्ली के एक अस्पताल में चुन्नी लाल के निधन की खबर गलत है।2 / 7महाशय धर्मपाल गुलाटी का जन्म 1922 में पाकिस्तान के सियालकोट में हुआ था। 3 / 7लेकिन बंटवारे के बाद उनके पिता भारत आकर दिल्ली में रहने लगे। 4 / 7बताया जाता है कि घर की परेशानियों के चलते चुन्नी लाल ने 5वीं के बाद ही पढ़ाई छोड़ दी, जिसके बाद वह अपने पिता के काम में हाथ बंटाने लगे। 5 / 7इसके बाद फिर 1959 में उन्होंने दिल्ली के कीर्तिनगर में (महाशियन दी हट्टी) कंपनी फैक्ट्री खोली। और फिर कुछ समय बाद करोल बाग में भी एक दूकान खोल ली।6 / 7इसके बाद देखते ही देखते वह दुनियाभर में मसलों के किंग के नाम से फेमस हो गए। आज एमडीएच की देशभर में 15 फैक्ट्री हैं।7 / 7बताया जाता है कि अपने शुरूआती दिनों में चुन्नी लाल ने 'शीशे' का करोबार किया लेकिन वह चला नहीं। फिर उन्होंने फर्नीचर, साबुन बेचे, हार्डवेयर की दुकान खोली। लेकिन वहां भी इन्हें कोई सफलता नहीं मिली। जब जाके इन्होने अपने पिता की दुकान 'महाशियां दी हट्टी' पर काम करना शुरू कर दिया।