इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए गिलोय का सेवन करने वाले सावधान, डॉक्टरों ने दी चेतावनी

By संदीप दाहिमा | Published: July 5, 2021 04:57 PM2021-07-05T16:57:05+5:302021-07-05T16:57:05+5:30

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कोविड-19 से बचाव के लिए ली जाने वाली कुछ आयुर्वेदिक और पारंपरिक दवाएं शरीर को गंभीर नुकसान पहुंचा सकती हैं। मुंबई में डॉक्टरों ने पिछले साल सितंबर से दिसंबर के बीच लीवर खराब होने के छह मामले पाए हैं। ऐसे कई रोगियों में पीलिया और सुस्ती का पता चला था।

टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, जब डॉक्टरों ने इन मरीजों की मेडिकल हिस्ट्री की जांच की तो पता चला कि ये सभी (Tinospora cordifolia) का सेवन कर रहे थे।

इंडियन नेशनल एसोसिएशन फॉर द स्टडी ऑफ द लीवर में प्रकाशित एक रिपोर्ट में लीवर विशेषज्ञ डॉ आभा नागरल ने कहा कि 62 वर्षीय महिला को पेट दर्द के साथ अस्पताल में भर्ती कराया गया था। करीब चार महीने तक बीमारी से जूझने के बाद महिला की मौत हो गई।

डॉ नगराल ने कहा कि उसी समय उन्हें बायोप्सी के जरिए लीवर में गांठ से हुई घातक चोट के बारे में पता चला था।

लिवर ट्रांसप्लांट सर्जन डॉ. एएस सोइन जिनका इस शोध से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा कि मम्प्स के कारण अब तक लीवर खराब होने के पांच मामले सामने आ चुके हैं। उनके एक मरीज की भी लीवर खराब होने से मौत हो गई।

डॉ. एएस सोइन ने कहा कि महामारी के दौरान लोग इम्युनिटी बढ़ाने के लिए अमरूद का इस्तेमाल ऑक्सीडेंट के तौर पर कर रहे थे। "दुर्भाग्य से इसने कई लोगों को लीवर की विषाक्तता से पीड़ित किया है," उन्होंने कहा। सेवन बंद करने के कुछ महीने बाद मरीज ठीक हो गए

गिलोय] आयुष मंत्रालय द्वारा अनुशंसित कई वैकल्पिक दवाओं में से एक है। आयुष मंत्रालय ने दावा किया था कि गिलोय SARS-CoV-2 के कारण होने वाले कोविड-19 के खिलाफ प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाता है।

अमरूद के पत्ते खाने योग्य पत्तों की तरह होते हैं। ये पत्ते कैल्शियम, प्रोटीन और फास्फोरस से भरपूर होते हैं। यह स्टार्च से भी भरपूर होता है। आयुर्वेद के भी कई फायदे हैं। आयुर्वेद के अनुसार गिलोय इम्यून सिस्टम को बूस्ट करने के साथ-साथ कई जानलेवा बीमारियों से भी बचाता है।

विज्ञान की दुनिया में कई महान लोग भी गिलोय के पत्तों को एक अच्छा आयुर्वेदिक उपचार मानते हैं। यह मेटाबोलिक सिस्टम, बुखार, खांसी, सर्दी और गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याओं के साथ-साथ कई गंभीर बीमारियों से भी बचाता है। लोग इसका जूस के रूप में सेवन करते हैं।

पीलिया के मरीजों के लिए भी गुड़ के पत्ते फायदेमंद माने जाते हैं। कुछ लोग इसे पाउडर के रूप में भी लेते हैं। कुछ लोग इसकी पत्तियों को पानी में उबाल कर पीते हैं।