यूजीन: ओलंपिक चैम्पियन भारत के नीरज चोपड़ा ने अमेरिका के यूजीन में चल रहे वर्ल्ड एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में बड़ा कमाल किया है। उन्होंने पहली बार इस चैम्पियनशिप के फाइनल में जगह बनाई है। खास बात ये भी रही कि 'गोल्डन बॉय' नीरज चोपड़ा ने पहले ही प्रयास में 88.39 मीटर दूर भाला फेंक फाइनल में जगह पक्की कर ली।
एक और भारतीय खिलाड़ी रोहित यादव भी फाइनल में जगह बनाने में कामयाब रहे हैं। रोहित ने ग्रुप बी में 80 . 42 मीटर का थ्रो फेंका। दोनों क्वालीफिकेशन ग्रुप से 83 . 50 मीटर की बाधा पार करने वाले या शीर्ष 12 खिलाड़ी फाइनल में पहुंचे हैं।
जारी वर्ल्ड चैम्पियनशिप में पदक के प्रबल दावेदार के तौर पर देखे जा रहे 24 वर्षीय चोपड़ा ने गुरुवार को पुरुषों के भाला फेंक ग्रुप-ए क्वालीफिकेशन राउंड की शुरुआत की और करियर की तीसरी सर्वश्रेष्ठ थ्रो करते हुए अपना भाला 88.39 मीटर दूर भेजा। इस प्रतिस्पर्धा का मेडल राउंड भारतीय समय के अनुसार रविवार सुबह 7 बजे से खेला जाएगा।
चोपड़ा का व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ स्कोर 89.94 मीटर है। उन्होंने 2017 के लंदन विश्व चैंपियनशिप में भी हिस्सा लिया था लेकिन केवल 82.26 मीटर दूर ही भाला फेंकने में कामयाब रहे और फाइनल में जगह बनाने से चूक गए थे। वहीं, दोहा में 2019 के वर्ल्ड चैंपियनशिप में वे हिस्सा नहीं ले सके थे क्योंकि वह कोहनी की सर्जरी के बाद चोट से उबर रहे थे।
नीरज चोपड़ा ने हाल ही में प्रतिष्ठित डायमंड लीग में राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ते हुए रजत पदक (सिल्वर मेडल) जीता था। वह काफी करीब से 90 मीटर दूर भाला फेंकने से चूक गए थे।
नीरज पहली बार डायमंड लीग शीर्ष तीन में जगह बनाने में सफल रहे थे। उन्होंने इस लीग में पहले ही प्रयास में 89.94 मीटर दूर भाला फेंका जिससे वह महज छह सेंटीमीटर से 90 मीटर से चूक गये। इस दौरान उन्होंने अपने 89.30 मीटर के राष्ट्रीय रिकॉर्ड को बेहतर किया जो उन्होंने 14 जून को फिनलैंड के तुर्कु में पावो नुर्मी खेलों में दूसरे स्थान पर रहकर हासिल किया था।
बहरहाल जारी वर्ल्ड चैंपियनशिप में चोपड़ा अगर मेडल जीतते हैं तो एक और इतिहास रचेंगे क्योंकि वह विश्व चैंपियनशिप में ऐसा करने वाले सिर्फ दूसरे भारतीय ट्रैक एवं फील्ड खिलाड़ी और देश के पहले पुरुष खिलाड़ी बनेंगे। लंबी कूद की खिलाड़ी अंजू बॉबी जॉर्ज 2003 में पेरिस में कांस्य पदक के साथ विश्व चैंपियनशिप में पदक जीतने वाली पहली भारतीय बनीं थी।