नई दिल्ली, 5 सितंबर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 18वें एशियन गेम्स में मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों से बुधवार को मुलाकात कर उनके शानदार प्रदर्शन के लिए बधाई दी। पीएम मोदी ने खिलाड़ियों से कहा कि उनके प्रदर्शन से देश का गौरव बढ़ा है। पीएम ने उम्मीद जताई कि सभी खिलाड़ी जीत के बावजूद अपनी मेहनत जारी रखेंगे और तमाम प्रसिद्धियों और प्रशंसा के बावजूद खेलों पर अपना ध्यान बरकरार रखेंगे।
साथ ही मोदी ने कहा कि मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों के सामने अब और बड़ी चुनौती है और उन्हें ओलंपिक के पोडियम पर जगह बनाने के अपने लक्ष्य की ओर आगे बढ़ना चाहिए।
इस मुलाकात के दौरान पीएम मोदी ने खिलाड़ियों को अपना प्रदर्शन सुधारने के लिए नई तकनीकों के इस्तेमाल की भी सलाह दी। उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों को तकनीक के इस्तेमाल से लगाातर अपना प्रदर्शन सुधारने की और कोशिश करनी चाहिए। साथ ही दुनिया के शीर्ष खिलाड़ियों से भी सीख लेनी चाहिए।
इस मुलाकात के दौरान पीएम मोदी ने इस बात पर भी खुशी जताई कि आज के दौर कई युवा प्रतिभाएं छोटे शहरों, गांव और आर्थिक तौर से कमजोर परिवारों से सामने आ रही हैं और देश का गौरव बढ़ाने का काम कर रही हैं। पीएम मोदी ने कहा कि देश के गावों में असली प्रतिभा है और उसे और निखारने का काम होना चाहिए। पीएम ने कहा कि बाहरी दुनिया को नहीं पता है कि एक खिलाड़ी को अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में किस तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।
पीएम मोदी उस समय थोड़े भावुक भी नजर आये जब उन्होंने कुछ ऐसे खिलाड़ियों का जिक्र किया जिन्हें देश के लिए मेडल जीतने के लिए खासी मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
एशियन गेम्स के एथलीटों से मुलाकात के दौरान पीएम मोदी ने कहा मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों को यहीं शांत नहीं बैठ जाना चाहिए और दूसरे बड़े मौकों पर देश का गौरव बढ़ाने की कोशिश करनी चाहिए। मोदी ने कहा कि मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों के सामने असली चुनौती अब है और उन्हें अपने लक्ष्य से नहीं भटकते हुए ओलंपिक में मेडल जीतने की कोशिश करनी चाहिए।
इस मुलाकात के दौरान खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ भी मौजूद रहे। राठौड़ ने आयोजन के शुरुआत में कहा कि पीएम और सरकार की पहल की वजह से पदक तालिका में सुधार नजर आया है और साथ ही युवा खिलाड़ियों को भी प्रेरणा मिली है।
गौरतलब है कि इंडोनेशिया में हुए 18वें एशियन गेम्स में भारत 69 पदक जीतने में कामयाब रहा। एशियन गेम्स में भारत का ये सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। इससे पहले भारतीय दल ने 2010 में ग्वांगझू में हुए एशियाड में 65 पदक जीते थे।