बास्केटबॉल फेडरेशन ऑफ इंडिया को बड़ा झटका, नए टेंडर निकालने पर लगी रोक
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: June 1, 2024 13:16 IST2024-06-01T13:15:55+5:302024-06-01T13:16:47+5:30
अदालत ने भारतीय बास्केटबॉल महासंघ (बीएफआई) को 10 जून 2024 तक किसी भी नई पेशेवर लीग के संचालन के लिए टेंडर जारी करने पर रोक लगा दी है।

file photo
नई दिल्लीः भारत में बास्केटबॉल खेल की Governing body भारतीय बास्केटबॉल महासंघ (BFI) और कैप्टन्स प्रोफेशनल बास्केटबॉल लीग (CPBL ) के बीच कानूनी टकराव बढ़ गया है। जिसके बाद BFI को नए टेंडर निकालने से रोक दिया गया है।
BFI बनाम CPBL कानूनी टकराव
हाल ही में कर्नाटक की एक अदालत ने भारतीय बास्केटबॉल महासंघ (बीएफआई) को 10 जून 2024 तक किसी भी नई पेशेवर लीग के संचालन के लिए टेंडर जारी करने पर रोक लगा दी है। गौरतलब है कि बीएफआई ने अवैध तरीके से 27 मई 2024 को एक निविदा जारी की थी जिससे कैप्टन्स प्रोफेशनल बास्केटबॉल लीग (सीपीबीएल) के साथ हुए अनुबंध का उल्लंघन हुआ था।
क्या है पूरा मामला?
कुछ साल पहले, भारतीय बास्केटबॉल महासंघ ने सीपीबीएल से देशभर में बास्केटबॉल मैचों की मेजबानी करने, बास्केटबॉल को जमीनी स्तर पर बढ़ावा देने और इस खेल की नई प्रतिभाओं की खोज के लिए अनुबंध किया था। इसी अनुबंध के तहत सीपीबीएल ने 10 मई 2024 को, दिल्ली में आईएनबीएल प्रो की ग्रेंड लॉन्चिंग रखी लेकिन इससे एक दिन पहले 9 मई को बीएफआई दिल्ली हाईकोर्ट पहुंचा।
INBL PRO की लॉन्चिंग रोकने की मांग की, इसके लिए बीएफआई ने ये तर्क दिया कि सीपीबीएल को प्रदर्शनी मैच की मेजबानी करने का अधिकार नहीं है, जबकि कुछ साल पहले हुए अनुबंध के तहत बीएफआई ने ही सीपीबीएल को एक निष्पक्ष और पारदर्शी प्रक्रिया के माध्यम से कॉन्ट्रेक्ट दिया था।
सीपीबीएल ने भी बीएफआई के खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट में मजबूती से अपना पक्ष रखा। दिल्ली हाईकोर्ट ने मामले की गहन समीक्षा के बाद ये फैसला दिया कि सीपीबीएल के पास प्रदर्शनी मैच की मेजबानी का अधिकार है। कोर्ट के फैसले के बाद सीपीबीएल ने दिल्ली में INBL PRO की ग्रेंड लॉन्चिंग की जिसमें अंतरराष्ट्रीय बास्केटबॉल प्लेयर्स ने भी हिस्सा लिया।
BFI ने CPBL से किए अनुबंध का उल्लंघन किया
दिल्ली हाईकोर्ट की समीक्षा और सीपीबीएल से मौजूदा अनुबंध के बावजूद, बीएफआई ने अवैध तरीके से 27 मई 2024 को "राष्ट्रीय स्टार बास्केटबॉल 3x3 और 5x5 लीग के लिए एक नया टेंडर जारी कर दिया। इस पर सीपीबीएल ने बीएफआई पर अनुबंध के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए कर्नाटक की अदालत का रुख किया। कर्नाटक की अदालत ने एक अंतरिम आदेश जारी कर बीएफआई पर 10 जून तक टेंडर की बोली खोलने से रोक लगा दी।
भारत में बास्केटबॉल को बढ़ावा दे रहा है CPBL
सीपीबीएल ने आईएनबीएल प्रो लीग के माध्यम से भारत में बास्केटबॉल को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। आईएनबीएल प्रो ने उभरती प्रतिभाओं को एक मंच प्रदान किया है और स्थानीय और वैश्विक प्रतिभाओं का सही मिश्रण सुनिश्चित किया है। आईएनबीएल प्रो लीग की शुरुआत से भारतीय बास्केटबॉल को एक नई दिशा मिली है।
कई अंतरराष्ट्रीय सितारों की उपस्थिति ने लीग को ग्लोबल स्तर पर पहचान दिलाई है। सीपीबीएल ने लीग के माध्यम से न केवल उच्च स्तरीय खेल का प्रदर्शन किया है, बल्कि युवा और प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को भी एक मंच प्रदान किया है जहां वे अपने कौशल का प्रदर्शन कर सकते हैं और अपने करियर को नई ऊंचाइयों पर ले जा सकते हैं।
सीपीबीएल एक विश्व स्तरीय पेशेवर लीग के प्रति पूरी तरह से प्रतिबद्ध है जो खेल को अगले स्तर पर ले जाती है। सीपीबीएल ने अगले 5 वर्षों में खेल में 300 करोड़ से अधिक के निवेश की योजना बनाई है। यह निवेश न केवल बुनियादी ढांचे के विकास में बल्कि खिलाड़ियों की ट्रेनिंग, कोचिंग और विभिन्न प्रतियोगिताओं के आयोजन में भी किया जाएगा।
सीपीबीएल का उद्देश्य भारतीय बास्केटबॉल को वैश्विक मानचित्र पर स्थापित करना है और इस दिशा में वे लगातार प्रयासरत हैं।इस कानूनी जीत से सीपीबीएल को अपने प्रयासों को और अधिक मजबूती से आगे बढ़ाने का मौका मिलेगा। भारतीय बास्केटबॉल महासंघ के साथ उनके संघर्ष में यह फैसला एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित होगा और इससे उन्हें भविष्य में और भी अधिक साहस और प्रेरणा मिलेगी।