इंग्लैंड का शहर बर्मिंघम 2022 में होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी करेगा। इसकी घोषणा कॉमनवेल्थ गेम्स फेडरेशन (सीजीएफ) के अध्यक्ष लुइस मार्टिन ने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में की। इससे पहले साल 2015 में दक्षिण अफ्रीका के शहर डरबन को इसके आयोजन की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। हालांकि, नौ महीने पहले ही वित्तीय समस्या को देखते हुए डरबन से मेजबानी छीन ली गई थी।
डरबन से मेजबानी छीने जाने के बाद कई स्पर्धाओं वाला इस इवेंट को आयोजन कराने के लिए केवल बर्मिंघम ने ही दिलचस्पी दिखाई थी। राष्ट्रमंडल खेलों का आयोजन दरअसल उन देशों के बीच किया जाता है जो कभी ब्रिटिश राज का हिस्सा हुआ करते थे। बहरहाल, सीजीएफ के अध्यक्ष मार्टिन ने प्रेस को बताया, 'यूके के ऐसे इवेंट्स को सफल तरीके से आयोजित करने के अनुभव को देखते हुए हम उम्मीद करते हैं कि यह आयोजन न केवल राष्ट्रमंडल के तहत आने वाले 2.4 बिलियन लोगों बल्कि पूरी दुनिया के लिए रोमांचक आयोजन होगा।'
पिछला कॉमनवेल्थ गेम्स भी ब्रिटेन के ग्लास्गो में ही आयोजित हुआ था। इससे पहले 2002 में भी ब्रिटेन का मैनचेस्टर शहर राष्ट्रमंडल खेलों की मेजबानी कर चुका है। बर्मिंघम को हालांकि आयोजन के आधिकारिक अधिकार हासिल करने के लिए और तीन महीने का इंतजार करना होगा। ऐसा इसलिए क्योंकि सीजीएफ को पहले शहर और सरकार से रजामंदी हासिल करनी है जिन्हें खेलों के आयोजन का करीब 75 फीसदी खर्चा उठाना होता है।
माना जा रहा है 2022 में आयोजित होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों में करीब 75 करोड़ पाउंड (एक बिलियन) का खर्च आएगा। बताते चलें कि अगला राष्ट्रमंडल खेल 2018 में ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में आयोजित होना है।