Asian Para Games 2023: गुर्जर ने विश्व रिकॉर्ड तोड़कर स्वर्ण पदक जीता, एफ46 भालाफेंक में तीनों पदक भारत ने अपने नाम किए, रिंकू और अजीत सिंह ने रजत और कांस्य जीता
By सतीश कुमार सिंह | Published: October 25, 2023 10:26 PM2023-10-25T22:26:16+5:302023-10-25T22:28:13+5:30
Asian Para Games 2023: भारत के सुंदर सिंह गुर्जर ने भी एफ 46 भालाफेंक में नया विश्व रिकॉर्ड बनाते हुए 68.60 मीटर के थ्रो के साथ पीला तमगा जीता।
Asian Para Games 2023: भारत के सुंदर सिंह गुर्जर ने बुधवार को चीन के हांगझू में एशियाई पैरा खेलों में पुरुषों की भाला फेंक-एफ46 फाइनल में विश्व रिकॉर्ड तोड़कर स्वर्ण पदक जीता। सुंदर के 68.60 मीटर थ्रो ने अपने छठे और अंतिम प्रयास में श्रीलंकाई दिनेश एम हेराथ के 67.79 के पिछले विश्व रिकॉर्ड को तोड़ दिया।
भारतीय का थ्रो खेलों और एशियाई रिकॉर्ड से भी आगे निकल गया। भारत इस इवेंट में 1-2-3 से जीतकर पोडियम पर कब्जा करने में कामयाब रहा। रिंकू और अजीत सिंह ने भी गेम्स रिकॉर्ड तोड़ा, लेकिन रजत और कांस्य जीतने के लिए केवल 67.08 मीटर और 63.52 ही फेंक सके। भारत ने पुरुषों के एफ46 भालाफेंक में तीनों पदक अपने नाम किए।
Day 3⃣ of #AsianParaGames2022 & 🇮🇳 gives another clean sweep in Men's F-46 #Javelin Throw 🥳🥳
— SAI Media (@Media_SAI) October 25, 2023
3 #TOPSchemeAthletes & Top 3 podium finishes!👇
* GOLD - @SundarSGurjar broke the World & Asian Record with a throw of 68.60m 🥳
* SILVER - @RinkuHooda001 with a Games Record throw… pic.twitter.com/5J7UuqJPHY
गत पैरालंपिक चैंपियन सुमित अंतिल ने बुधवार को यहां हांगझोउ एशियाई पैरा खेलों में भाला फेंक की एफ64 स्पर्धा में 73 . 29 मीटर का नया विश्व रिकॉर्ड बनाते हुए स्वर्ण पदक जीता जबकि भारत ने खेलों के तीसरे दिन 30 पदक अपनी झोली में डाले। भारत के अब 64 पदक हो गए हैं जिनमें 15 स्वर्ण, 20 रजत और 29 कांस्य हैं।
भारतीय दल अब छठे स्थान पर है जबकि चीन 300 पदक (118 स्वर्ण, 96 रजत और 86 कांस्य) लेकर शीर्ष पर है। ईरान दूसरे, जापान तीसरे, थाईलैंड चौथे और कजाखस्तान पांचवें स्थान पर है। भारत को आज मिले 30 पदकों में से 17 और सभी छह स्वर्ण एथलेटिक्स से आये हैं। पच्चीस साल के सुमित ने 73.29 मीटर के प्रयास के साथ स्वर्ण पदक अपने नाम किया।
उन्होंने 70 .83 मीटर के अपने ही विश्व रिकॉर्ड में सुधार किया जो उन्होंने इस साल पेरिस में विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने के दौरान बनाया था। एक अन्य भारतीय पुष्पेंद्र सिंह ने इसी स्पर्धा में 60.06 मीटर के प्रयास के साथ कांस्य पदक जीता। श्रीलंका के समिता अराचचिगे कोडिथुवाकु (64.09) को रजत पदक मिला।
सुमित ने टोक्यो पैरालंपिक की पुरुष भाला फेंक एफ64 स्पर्धा में 68.55 मीटर के प्रयास से स्वर्ण पदक जीता था जो तत्कालिन विश्व रिकॉर्ड था। अंकुर धामा पैरा एशियाई खेलों के एक ही सत्र में दो स्वर्ण जीतने वाले पहले भारतीय बन गए। उन्होंने पुरुषों की टी11 1500 मीटर रेस में चार मिनट 27 . 70 सेकंड का समय निकालकर स्वर्ण जीता।
इससे पहले उन्होंने पुरुषों की टी11 5000 मीटर रेस भी जीती थी। महिलाओं की टी11 1500 मीटर रेस में रक्षिता राजू को स्वर्ण और किलाका ललिता को रजत पदक मिला । रक्षिता ने 2018 में भी इसी स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता था। पुरुषों के एफ37 . 38 भालाफेंक और महिलाओं की टी47 लंबी कूद में भी भारत के हनी और निमिषा सुरेश ने स्वर्ण पदक जीता।
महिलाओं की एफ 54 . 55 चक्काफेंक में भारत की पूजा ने रजत पदक जीता। वहीं पुरुषों के टी35 200 मीटर में नारायण ठाकुर को कांस्य और टी37 200 मीटर में श्रेयांश त्रिवेदी को कांस्य पदक मिला। पैरा टेबल टेनिस में टोक्यो पैरालम्पिक पदक विजेता भाविना पटेल ने कांस्य पदक जीता जो सेमीफाइनल में चीन की गू शियाओदान से 1 . 3 से हार गई। राकेश कुमार और सूरज सिंह को कांस्य मिला। पैरा बैडमिंटन में प्रमोद भगत और मनीषा रामदास ने कांस्य पदक जीता।