शनिवार से इंडोनेशिया के जकार्ता और पालेमबांग में शुरू हो रहे 18वें एशियन गेम्स में भारत की नजरें इस साल गोल्डकोस्ट में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में अपने बेहतरीन प्रदर्शन को दोहराने पर होंगी। भारत ने गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स में अपना दूसरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया था। इस बार के एशियन गेम्स में कई युवा और अनुभवी खिलाड़ियों की परीक्षा होगी। हालांकि भारत के लिए ये आसान नहीं होगा क्योंकि एशियाड में उसे चीन, जापान और कोरिया जैसी खेल महाशक्तियों की चुनौती का सामना करना पड़ेगा।
18 अगस्त से 2 सितंबर तक चलने वाले इन खेलों में 45 देशों के 11 हजार से ज्यादा एथलीट हिस्सा लेंगे। इस बार भारत ने इन खेलों के लिए 572 एथलीटों समेत कुल 804 सदस्यीय भारीभरकम दल भेजा है। भारत ने 2014 के एशियाई खेलों में 11 गोल्ड, समेत कुल 57 मेडल अपने नाम किए थे। इस बार भारत की नजरें पिछले खेल के अपने प्रदर्शन को पीछे छोड़ने पर होगी। भारत के लिए इस बार 361 पुरुष और 211 महिला एथलीट हिस्सा ले रही हैं।
भारत को इस बार जिन खिलाड़ियों से मेडल की उम्मीदें होंगी उनमें निशानेबाजी में 16 वर्षीय मनु भाकर और हिना सिद्धू शामिल हैं। तो वहीं एथलेटिक्स में वर्ल्ड चैंपियनशिप में ट्रैक ऐंड फील्ड में गोल्ड जीतने वाली पहली भारतीय हिमा दास, जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा से गोल्ड जीतने की उम्मीदें होंगी। एशियाड में भारत के लिए ट्रैक ऐंड फील्ड ने सबसे शानदार प्रदर्शन करते हुए 74 गोल्ड समेत कुल 282 मेडल जीते हैं।
रेसलिंग में मेडल का दारोमदार स्टार रेसलर्स सुशील कुमार, साक्षी मलिक, विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया के कंधों पर होगा।
बैडमिंटन में भारत की नजरें 1982 के बाद अपने पहले व्यक्तिगत मेडल पर होंगी और इसे पूरा करने की उम्मीद स्टार खिलाड़ियों पीवी सिंधु, साइना नेहवाल और किदांबी श्रीकांत, एचएस प्रणॉय से होगी। बॉक्सिंग में विकास कृष्णा, शिव थापा, गौरव सोलंकी और महिला बॉक्सर सरजूबाला देवी से मेडल की उम्मीद होगी।
हॉकी में पुरुष टीम की नजरें पिछले एशियाड की स्वर्णिम सफलता दोहराने पर होगी तो वहीं पिछल एशियाई खेलों में ब्रॉन्ज जीतने वाली महिला टीम की नजरें पदक का रंग बदलने पर होगी। पुरुष टीम गोल्ड जीतते हुए 2020 टोक्यो ओलंपिक में सीधे एंट्री पर नजरें जमाए है।
वहीं वेटलिफ्टिंग में मीराबाई चानू के हटने से भारत का दांव कमजोर हो गया है।
टेबल टेनिस में नजरें मनिका बत्रा पर होंगी जिन्होंने गोल्डकोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स में चार गोल्ड जीतते हुए इतिहास रचा था। मनिका के अलावा पुरुष खिलाड़ी अचंता शरथ कमल से मेडल की उम्मीद होगी।
रियो ओलंपिक में चौथे स्थान पर रही स्टार जिमनास्ट दीपा कर्माकर की नजरें एशियाई खेलों में भारत को पहला पदक दिलाने पर होंगी। दीपा कॉमनवेल्थ में जिमनास्टिक मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला हैं।