Cyclone Biporjoy: समुद्री चक्रवात ‘बिपरजॉय’ गुजरात तट से टकरा गया है। गुजरात के मोरबी में चक्रवात बिपरजॉय के प्रभाव से भारी बारिश के साथ तेज आंधी चल रही है। मुंबई में भी चक्रवात बिपरजॉय का प्रभाव देखने को मिल रहा है। उच्च ज्वार की लहरें और तेज़ हवाएँ तटीय क्षेत्रों को प्रभावित कर रही हैं।
आईएमडी के महानिदेशक डॉ मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि फिलहाल यह 115-125 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चल रहा है। कच्छ, सौराष्ट्र में लैंडफॉल शुरू हो गया है। सौराष्ट्र, कच्छ में भारी बारिश हो रही है। आगे और तेज बारिश की संभावना है। मध्य रात्रि तक लैंडफॉल जारी रहेगा।
द्वारका में चक्रवात बिपरजॉय का प्रभाव देखने को मिल रहा है। चक्रवात के प्रभाव से पेड़ उखड़ गए। द्वारका नगर पालिका के अग्निशमन अधिकारी जितेंद्र कराडिया ने कहा कि हम मौके पर मौजूद हैं। हम मशीन से पेड़ को हटाने की कोशिश कर रहे हैं। गांव भर से हमें अब तक पेड़ गिरने, मकान की छत गिरने की कई फरियाद मिल चुकी है। हम बचावकार्य में जुटे हैं।
टीम 6 एनडीआरएफ ने रूपेन बंदर के निचले इलाके से 72 नागरिकों (पुरुष-32, महिला-25, बच्चे-15) को निकालकर एनडीएच स्कूल, द्वारका में स्थानांतरित किया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने ‘बिपरजॉय’ के बृहस्पतिवार देर रात तक गुजरात के कच्छ जिला स्थित जखौ बंदरगाह के नजदीक ‘बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान’ के रूप में टकराया।
तेज हवाओं के साथ भारी बारिश होने की आशंका के मद्देनजर आठ तटीय जिलों से 94,000 से अधिक लोगों को निकाला गया है। अधिकारियों ने कहा कि एनडीआरएफ की 15 टीम और एसडीआरएफ की 12 टीम के अलावा भारतीय सेना, नौसेना, वायु सेना, भारतीय तट रक्षक और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों को राहत एवं बचाव कार्यों के लिए तैनात किया गया है।
वहीं, वायु सेना ने ट्वीट किया, ‘‘च्रकवात बिपारजॉय के टकराने के बाद राहत एवं बचाव कार्यों में सहायता के लिए भारतीय वायु सेना ने तैयारी की है। चक्रवात के कारण उत्पन्न होने वाली आकस्मिकताओं से निपटने के लिए वायु सेना नागरिकों की सहायता करने को प्रतिबद्ध है।’’
एक अधिकारी ने कहा, ‘‘सेना ने भुज, जामनगर, गांधीधाम के साथ-साथ नलिया, द्वारका और मांडवी में अग्रिम स्थानों पर 27 राहत टुकड़ियां तैनात की हैं। वायुसेना ने वड़ोदरा, अहमदाबाद और दिल्ली में एक-एक हेलीकॉप्टर को तैयार रखा है। नौसेना ने बचाव और राहत के लिए ओखा, पोरबंदर और बकासुर में 10-15 टीम को तैनात किया है, जिनमें से प्रत्येक में पांच गोताखोर और अच्छे तैराक शामिल हैं।’’