Thane Police Crime News: 15 वर्षीय बेटी को मानसिक और शारीरिक रूप से किया प्रताड़ित, घर की छत से फांसी लगा कर आत्महत्या की, 27 वर्षीय मां अरेस्ट
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: May 15, 2024 12:53 PM2024-05-15T12:53:03+5:302024-05-15T12:53:51+5:30
Thane Police Crime News: गणेशपुरी पुलिस थाने के निरीक्षक डी टी सोनके ने बताया कि भिवंडी के अम्बाडी नाका की निवासी महिला अपनी 15 वर्षीय सौतेली बेटी को मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित करती थी।
Thane Police Crime News: महाराष्ट्र के ठाणे जिले में 27 वर्षीय महिला को सौतेली बेटी को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। बुधवार को एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। गणेशपुरी पुलिस थाने के निरीक्षक डी टी सोनके ने बताया कि भिवंडी के अम्बाडी नाका की निवासी महिला अपनी 15 वर्षीय सौतेली बेटी को मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित करती थी। उन्होंने बताया कि किशोरी ने सोमवार की शाम को अपने घर की छत से फांसी लगा कर आत्महत्या की। सूचना मिलने के बाद पुलिस की टीम घटनास्थल पर पहुंची।
शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। अधिकारी ने बताया कि मृतक किशोरी के पिता ने आरोपी महिला के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने मंगलवार को महिला को गिरफ्तार कर भारतीय दंड संहिता की धारा 306 (आत्महत्या के लिए उकसाना) के तहत मामला दर्ज कर लिया है। किशोरी का पिता ऑटो रिक्शा चलाता है।
सेना के सेवानिवृत्त मेजर जनरल से 37.68 लाख की ठगी
उत्तर प्रदेश के नोएडा में पार्सल में मादक पदार्थ और कई पासपोर्ट की बात कहकर जालसाजों ने सेना के सेवानिवृत्त मेजर जनरल के साथ 37.68 लाख रुपये की ठगी कर ली। पुलिस ने यह जानकारी दी। पीड़ित ने मामले की शिकायत साइबर अपराध थाने में की है। पुलिस ने अज्ञात जालसाजों के खिलाफ धोखाधड़ी और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। आरोप है कि करीब 47 मिनट तक पीड़ित को जालसाजों ने ''डिजिटल अरेस्ट'' करके रखा।
साइबर अपराध थाने के प्रभारी निरीक्षक उमेश नैथानी ने बताया कि थाने में दर्ज शिकायत में ग्रेटर नोएडा निवासी सेवानिवृत्त मेजर जनरल अमरजीत सिंह ने बताया कि रविवार को शाम साढ़े चार बजे के करीब उनके मोबाइल फोन पर अनजान नंबर से कॉल आई। कॉल करने वाले ने कहा कि वह मुंबई से बोल रहा है और मेजर जनरल के नाम पर चार मई को एक कुरियर आया है, जिसमें 200 ग्राम मादक पदार्थ और पांच पासपोर्ट समेत अन्य सामान है। उसने पार्सल में तीन क्रेडिट कार्ड और कपड़े होने की भी बात कही।
जालसाज ने कहा कि कुरियर भेजने के लिए पीड़ित के आधार कार्ड का प्रयोग किया गया है। उसने आधार से जुड़ा मोबाइल नंबर भी बताया। जिसके बाद पीड़ित को विश्वास हो गया। पीड़ित ने कॉलर से कहा कि उनका इस कुरियर से कोई लेना-देना नहीं है। इसके बाद उसने कॉल को साइबर अपराध प्रकोष्ठ में स्थानांतरित कर दिया।
मामला मादक पदार्थों की तस्करी और धनशोधन अधिनियम का बताकर पीड़ित को भयभीत कर दिया गया। साइबर ठगों ने एक राजनेता के बारे में शिकायतकर्ता को बताया कि वह धनशोधन के मामले में जेल में हैं। उन्होंने एक फर्जी प्राथमिकी भी दिखाई। ठगों ने जांच करने के लिए उन्हें मुंबई बुलाया।
जालसाजों के कहने पर पीड़ित ने दबाव में आकर दो बार में 37,68,510 रुपये की रकम ट्रांसफर कर दी। कॉल 37 मिनट 45 सेकेंड तक जारी रही। इस दौरान जालसाजों ने पीड़ित को कॉल छोड़कर बाहर नहीं जाने दिया। जालसाजों ने जब पीड़ित पर और पैसे भेजने का दबाव बनाया तो उसे ठगी की आशंका हुई। पैसे वापस मांगने पर जालसाजों ने पीड़ित से संपर्क तोड़ दिया।
साइबर अपराध थाने के प्रभारी ने बताया कि नाइजीरियाई गिरोह द्वारा इस ठगी की वारदात को अंजाम देने की आशंका जताई जा रही है। बीते कई माह से सुस्त पड़े नाइजीरियाई गिरोह के जालसाज फिर से सक्रिय हो गए हैं और लगातार ठगी की वारदात को अंजाम दे रहे हैं। बीते दिनों जालसाजों ने एक बुजुर्ग महिला चिकित्सक को ''डिजिटल अरेस्ट'' कर उनके साथ 45 लाख रुपये की ठगी की थी।