रायगढ़ बिल्डिंग हादसे में अब तक 16 की मौत, 26 घंटे बाद मलबे से महिला को जिंदा बाहर निकाला गया
By विनीत कुमार | Published: August 26, 2020 10:13 AM2020-08-26T10:13:24+5:302020-08-26T10:16:40+5:30
महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में सोमवार शाम गिरे पांच मंजिला इमारत के मलबे से लोगों को निकालने का काम जारी है। इस हादसे में अभी तक 16 लोगों की मौत हो गई है।
महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले में सोमवार को एक पांच मंजिला इमारत गिरने के हादसे में मरने वालों की संख्या 16 हो गई है। इसमें 7 पुरुष और 9 महिलाएं हैं। हादसे वाली जगह पर अब भी राहत और बचाव कार्य जारी है। इस बीच घटना के 26 घंटे बाद तक मलबे में फंसी मेहरुनिसा अब्दुल हमीद काजी नाम की एक महिला को भी बचा लिया गया।
उन्हें बचावकर्मियों की मदद से मंगलवार रात मलबे से बाहर निकाला गया। वह इमारत की पांचवें तल पर रहती थीं। एनडीआरएफ के जवानों ने रात करीब नौ बजकर 95 मिनट पर काजी को निकाला और अस्पताल भेजा।
इससे पहले मंगलवार को ही दिन में घटना के 19 घंटे बीतने के बाद चार साल के एक बच्चे को भी मलबे से सुरक्षित बाहर निकाला गया था। रायगढ़ जिले में गिरी ये बिल्डिंग करीब 10 साल पुरानी थी और सोमवार शाम गिर गई थी। इसमें 45 फ्लैट बने हुए थे। घटना के तत्काल बाद ही राहत कार्य शुरू कर दिए गए थे और एनडीआरएफ की टीम भी मौके पर पहुंच गई थी।
बचाए गये लोगों को महाड के एक स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह जगह मुंबई से करीब 170 किलोमीटर दूर है। इस बीच बिल्डर फारुक काजी, सलाहकार बाहुबली धामने और आर्किटेक्ट गौरव शाह के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
मध्य प्रदेश के देवास में भी इमारत गिरी
मध्य प्रदेश के देवास में भी मंगलवार को दो मंजिला एक इमारत गिर गई। हादसा शहर के लालगेट इलाके के पास हुआ। इस दो मंजिला मकान में तीसरे मंजिल पर एक अस्थाई शेड भी बना था। मलबे में दबे 9 लोगों को बाहर निकाल लिया है और उन्हें अस्पताल भेजा गया है। यहां बचाव कार्य अब समाप्त हो गया है।
देवास में हुए हादसे में दो लोगों की मौत हुई है। यह मकान एक आरा मशीन संचालक जाकिर शेख की थी। इस मकान में चार भाईयों का अलग-अलग परिवार रहता था। मकान जर्जर अवस्था में था। हालांकि, इससे पहले प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया था कि यह तीन मंजिला इमारत थी और यह तीन भाइयों की थी और वे अपने परिवारों के साथ इसमें रहते थे।