महाराष्ट्र के पुणे के कई इलाकों में आसमान से कहर बनकर बरसी बारिश ने अपने साथ मौत का सैलाब लेकर आई जिसमें 12 जिंदगियां खत्म हो गईं। दस हजार से ज्यादा लोगों को जलभराव के कारण सुरक्षित स्थानों का रुख करना पड़ा है। बारिश के बाद आई बाढ़ से हुए भारी नुकसान की दर्दनाक तस्वीरें सामने आ रही हैं। तस्वीरें बयां करती हैं कि किस कदर जन जीवन अस्त व्यस्त हुआ है। पुणे के जिला कलेक्टर नवल किशोर राम ने गुरुवार (26 सितंबर) को एहतियातन पुणे सिटी, पुरंदर, बारामती, भोर और हवेली तहसील के सभी स्कूलों और काॉलेजों के लिए छुट्टी की घोषणा कर दी।
समाचार एजेंसी पीटीआई-भाषा के मुताबिक, बुधवार रात में पुणे में भारी बारिश हुई। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बताया कि वह पुणे में हुई बारिश के बाद लोगों की मौत की खबर सुनकर दुखी हैं। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की टीमें शहर और बारामती तहसील में तैनात की गई है और प्रभावित क्षेत्र में सभी जरूरी सहायता मुहैया कराई जा रही है।
पुलिस अधीक्षक संदीप पाटिल ने कहा कि खेड़-शिवपुर गांव में दरगाह पर सो रहे पांच लोग भारी बारिश में बह गए। वहीं पुरंदर में दो लोगों के लापता होने की खबर है।
मुख्य अग्निशमन अधिकारी प्रशांत रानपिसे ने बताया कि नौ साल के एक लड़के समेत पांच लोगों की बुधवार रात अर्नेश्वर क्षेत्र में दीवार गिरने से मौत हो गई। एक अन्य घटना में साहकर नगर क्षेत्र में एक व्यक्ति का शव मिला। वहीं, एक व्यक्ति का शव एक कार से मिला, जो सिंहगढ़ मार्ग पर पानी में बह गया था।
अधीक्षक ने बताया, ‘‘बारामती क्षेत्र में 10,000 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा गया गया है क्योंकि नजारे बांध से पानी छोड़ा गया है। ये बांध जेजुरी के निकट कारहा नदी पर बने हुए हैं।’’