शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने कहा है कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में अगर शिवसेना की सरकार बनती है तो वो आरे मिल्क कॉलोनी को जंगल घोषित करेंगे। एक्टिविस्ट लंबे समय से आरे मिल्क कॉलोनी के 2,646 पेड़ों की कटाई का विरोध कर रहे हैं।
शनिवार को वर्ली में एक चुनावी रैली के दौरान मीडिया से बात करते हुए आदित्य ठाकरे ने कहा, 'एक बार उनकी सरकार बन जाए। उसके बाद वो पेड़ों की कटाई करने वाले सभी अधिकारियों को पीओके भेजेंगे। उनकी जरूरत पाकिस्तान के आतंकी अड्डों को खत्म करने में है।'
इससे पहले आदित्य ठाकरे ने मुंबई की आरे कॉलोनी में मेट्रो द्वारा पेड़ों को काटने का विरोध कर रहे पर्यावरण कार्यकर्ताओं का समर्थन किया और उन्हें हिरासत में लिए जाने अथवा उनको गिरफ्तार किए जाने का विरोध किया। ठाकरे ने मुख्यमंत्री देंवेद्र फडणवीस से अनुरोध किया कि वह महानगर पुलिस से प्रदर्शनकारियों के खिलाफ मामला दर्ज नहीं करने को कहें। ठाकरे की पार्टी भाजपा की सहयोगी है।
29 वर्षीय आदित्य ठाकरे एनसीपी नेता सुरेश माणे के खिलाफ वर्ली से चुनाव लड़ रहे हैं। वो ठाकरे परिवार की तीसरी पीढ़ी के सदस्य हैं। इसके अलावा वो परिवार के पहले सदस्य हैं जो चुनाव लड़ रहा है। इसके पहले बाल ठाकरे और उद्धव ठाकरे ने चुनाव नहीं लड़ा।
ठाकरे ने ट्वीट किया, ‘‘हैरत है कि मुंबई मेट्रो मुंबई वासियों से अपराधियों की तरह बर्ताव क्यों कर रही है और टिकाऊ विकास के लिए लोगों की तर्कसंगत मांग नहीं सुन रही है।’’ उन्होंने कहा कि जब मुंबई मेट्रो बिना सोचे समझे आरे को नष्ट कर रही है तब केंद्रीय पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय अपने अस्तित्व को न्यायोचित नहीं ठहरा सकता है या न ही प्लास्टिक प्रदूषण के बारे में बोल सकते हैं।