वर्तमान संदर्भ में योग सभी के लिए और अधिक प्रासंगिक-योगदा सत्संग

By भाषा | Published: June 19, 2021 10:18 PM2021-06-19T22:18:21+5:302021-06-19T22:18:21+5:30

Yoga more relevant in the present context - Yogda Satsang | वर्तमान संदर्भ में योग सभी के लिए और अधिक प्रासंगिक-योगदा सत्संग

वर्तमान संदर्भ में योग सभी के लिए और अधिक प्रासंगिक-योगदा सत्संग

रांची, 19 जून योगदा सत्संग ने कहा है कि वर्तमान संदर्भ में योग सभी के लिए और अधिक प्रासंगिक एवं उपयोगी है तथा इसी को ध्यान में रखते हुए अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर इस वर्ष सोमवार को ‘योग सबके लिए’ विषय पर ही सभी कार्यक्रम तैयार किये गये हैं।

योगदा सत्संग के प्रवक्ता ब्रह्मचारी विनीत ने बताया कि 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर ‘योग सबके लिए’ थीम पर सभी कार्यक्रम तैयार किये गये हैं।

उन्होंने बताया कि संध्या 6.30 से रात्रि 7.30 बजे तक चलने वाले इस सत्र का संचालन स्वामी चैतन्यानंद गिरि करेंगे। वे अपने प्रवचन में बताएंगे कि वर्तमान संदर्भों में हर किसी के लिए योग किस प्रकार अधिक प्रासंगिक और उपयोगी है। इस सत्र में ध्यान की प्रारम्भिक विधि भी सिखायी जाएगी।

योगदा सत्संग सोसाइटी ऑफ इंडिया (वाईएसएस) द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया है कि अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य पर संस्था द्वारा योग-ध्यान पर कई विशेष कार्यक्रम तैयार किए हैं। विज्ञप्ति के अनुसार अलग-अलग सत्रों में ये कार्यक्रम 19 से 21 जून तक आयोजित किए गये हैं। वैश्विक कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए ये कार्यक्रम ऑनलाइन आयोजित किए जाएंगे।

विनीत ने बताया कि सौ साल से भी पहले योगदा सत्संग सोसाइटी (वाईएसएस) के संस्थापक परमहंस योगानंदजी ने 1920 में अमेरिका जाकर जिस भारतीय संस्कृति और ध्यान-योग, विशेषकर क्रिया योग के माहात्म्य का पूरी दुनिया में अलख जगाया था, वह सात साल पहले तब कामयाबी के शिखर पर पहुंचा, जब संयुक्त राष्ट्र ने इस दिन विशेष को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मान्यता दी।

उन्होंने कहा कि पिछले डेढ़ साल में पूरे विश्व में योग का महत्व और भी बढ़ गया है, क्योंकि जिस तरह दीपक का प्रकाश अंधेरे को दूर करता है, उसी तरह भारत में उद्भूत यह दिव्य विज्ञान योग और ध्यान विश्व के सुदूर प्रान्तों तक अपनी शांतिदायिनी किरणें बिखेरकर, कोरोना महामारी द्वारा लोगों के मन में व्याप्त घोर तिमिर को दूर कर रहा है।

ब्रह्मचारी ने बताया कि इस दृष्टिकोण से इस बार के योग दिवस का कुछ ज्यादा ही महत्व है। कोरोना प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए संस्था ने इन कार्यक्रमों का ऑननलाइन आयोजन करने का निर्णय लिया है।

बीस जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की पूर्व संध्या पर सायं पांच बजे से छह बजे तक एक विशेष सत्र चलाया जाएगा। योगदा सत्संग के महासचिव स्वामी ईश्वरानंद गिरि इस सत्र का संचालन हिंदी में करेंगे। इसमें परमहंस योगानंद द्वारा योग के माध्यम से शरीर, मन और आत्मा के संतुलन पर बताये गये तत्वों की व्याख्या की जाएगी। ध्यान-योग के मार्ग पर नवागंतुकों के लिए यह कार्यक्रम विशेष रूप से तैयार किया गया है।

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Web Title: Yoga more relevant in the present context - Yogda Satsang

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