Yasin Malik: यासीन मलिक को सजा, गुस्सा दिखाते लगाए थे देशविरोधी नारे, 10 अरेस्ट, कश्मीर में अलर्ट जारी
By सुरेश एस डुग्गर | Published: May 26, 2022 04:16 PM2022-05-26T16:16:13+5:302022-05-26T16:17:40+5:30
Yasin Malik: कश्मीर पुलिस ने बताया कि अब तक दस आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। ये लोग भी श्रीनगर के मैसूमा इलाके में यासीन मलिक के घर के बाहर राष्ट्र विरोधी नारेबाजी और पथराव में शामिल थे।
Yasin Malik: पुलिस ने देश विरोधी नारेबाजी और पथराव की घटना को अंजाम देने वाले दस आरोपियों को गिरफ्तार किया है। बुधवार को अलगाववादी नेता यासीन मलिक को सजा सुनाए जाने से पहले श्रीनगर के मैसूमा में उसके घर के बाहर प्रदर्शन और पथराव की घटना हुई थी। इसी मामले में पुलिस ने यह कार्रवाई की है।
पुलिस ने बताया कि अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है। श्रीनगर पुलिस ने बताया कि पथराव और देश विरोधी नारेबाजी में शामिल दस लोगों की पहचान कर ली गई है, जिन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। इस वारदात को अंजाम देने वाले मुख्य आरोपियों के विरुद्ध जन सुरक्षा कानून (पीएसए) के तहत मामला दर्ज किया जाएगा कश्मीर पुलिस ने बताया कि अब तक दस आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि प्रदर्शन की जानकारी मिलते ही पुलिस ने इन उपद्रवियों की गिरफ्तारी के लिए अभियान छेड़ दिया था। आधी रात को कई जगहों पर छापेमारी की गई जिससे ये 10 लोग हिरासत में लिए गए। मुख्य आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।
कश्मीर पुलिस ने एक बार फिर श्रीनगर के युवाओं से अनुरोध किया कि वे ऐसी गतिविधियों में शामिल न हों। उन्होंने कहा कि कश्मीर में सक्रिय राष्ट्र विरोधी तत्व उन्हें इस तरह के प्रदर्शनों में शामिल कर उनके भविष्य को नुकसान पहुंचा रहे हैं। उन्होंने परिजनों से भी अपील की कि वह अपने बच्चों का सही मार्गदर्शन करें।
कश्मीर उबाल पर, पुलिसवालों की छुट्टियां रद्द
कश्मीर फिर से उबाल पर है क्योंकि जेकेएलएफ के नेता यासीन मलिक को उम्रकैद दिए जाने जाने की घटना के बाद कश्मीर में हिंसा भड़कने लगी है। ऐसे में पुलिस विभाग ने अपने सभी कर्मियों व अफसरों की छुट्टियों को तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया है वहीं एक पखवाडे़ के दौरान हिंसा में आई बिजली सी तेजी को देखते हुए सेना व अन्य अर्द्धसैनिक बलों के अतिरिक्त जवानों की तैनाती फिर से की जाने लगी है। पुलिस अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की है कि यासीन मलिक को सजा दिए जाने के बाद कश्मीर धधक सकता है।
चिंगारी की शुरुआत हो चुकी है। ऐसे में हालात को थामने की खातिर पुलिस बल के जवानों को छुट्टियां देना तत्काल प्रभाव से रोक दिया गया है। हालांकि उनका यह भी कहना था कि पहले से ही करीब 15 दिनों से कश्मीर में आतंकी हिंसा में आई तेजी के कारण भी फोर्स की कमी महसूस की जा रही थी जिसे देखते हुए भी ऐसा कदम उठाया गया है।
वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक, बड़ी संख्या में पाक परस्त व तालिबानी आतंकियों के कश्मीर में घुस आने की खबरों के बाद सेना व अन्य अर्द्ध सैनिक बलों ने भी अतिरिक्त तैनाती करनी आरंभ की है। एक अधिकारी के मुताबिक, जिस तरह के हमले और हत्याओं का दौर कश्मीर में पिछले 15 दिनों के दौरान देखने को मिला है उससे स्पष्ट होता है कि आतंकियों के नए जत्थे कश्मीर में प्रवेश करने में कामयाब रहे हैं।
यह बात अलग है कि इस मामले पर सेना और पुलिस आमने सामने है। सेना कहती है कि घुसपैठ के इक्का दुक्का मामले ही सामने आए हैं और उनमें से अधिकतर में आतंकियों को मार गिराया गया है पर पुलिस कहती है कि पिछले एक पखवाड़े में मुठभेड़ों में मारे जाने वाले आतंकियों में ज्यादातर पाकिस्तानी नागरिकों के शामिल होने से स्पष्ट होता था कि विदेशी आतंकी कश्मीर में घुसपैठ करने में कामयाब हो रहे हैं।
पुलिस के दावों का आधार स्थानीय लोगों के बयान भी हैं जिनमें वे कहते हैं कि वे कई इलाकों में अनजान और पश्तो बोलने वाले व्यक्तियों को देख चुके हैं। जानकारी के लिए तालिबानी आतंकी ही पश्तो भाषा बोलते हैं और जम्मू के सुंजवां में मारे जाने वाले आतंकी भी पश्तो ही बोल रहे थे।