भोपाल, 17 जुलाईः मध्य प्रदेश की शिवराज सिंह चौहान सरकार सूबे की स्वास्थ्य व्यवस्था पटरी पर चलने के भले ही लाख दावे कर ले, लेकिन बीती रात जो मामला सामने आया है उसने हर किसी को चौंका दिया है। दरअसल, एक गर्भवती महिला को प्रसव पीड़ा होने के दौरान एंबुलेंस नहीं मिली और उसे बस से अस्पताल ले जाया गया, जहां रास्ते में ही महिला ने बस में बच्चे को जन्म दिया।
मिली जानकारी के अनुसार, प्रदेश के छतरपुर में एक गर्भवती महिला को प्रसव पीड़ा होने के बाद सामुदायिक केंद्र ले जाया गया, जहां से उसे जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। हैरानी की बात ये है कि प्रसव पीड़ा से परेशान महिला के लिए सामुदायिक केंद्र की ओर से उसके लिए एंबुलेंस की व्यवस्था नहीं की गई। इसके बाद परिजन महिला को बस से लेकर जिला अस्पताल के लिए रवाना हुए, लेकिन रास्ते में ही उसने बच्चे को जन्म दिया।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, गर्भवती महिला के पति ने बताया कि वह पत्नी को सामुदायिक केंद्र लेकर गया था, जिसके बाद उसे जिला अस्पताल रेफर किया गया। यहां अस्पताल से एंबुलेंस की मांग करने के बावजूद भी व्यवस्था नहीं करवाई गई। इसके बाद वह थक हारकर बस से पत्नी को लेकर गया।