नई दिल्ली: भारत में कोरोना वायरस के 'ओमीक्रोन' वेरिएंट के चार मामले सामने आने के बाद इसके फैलाव का खतरा बढ़ गया है। पिछले एक हफ्ते से भी कम समय में ये चारों मामले मिले हैं। इसमें कर्नाटक में दो सहित महाराष्ट्र और गुजरात में एक-एक केस शामिल हैं। ऐसे में सवाल ये भी उठ रहे हैं कि क्या ओमीक्रोन भारत में कोरोना की तीसरी लहर की वजह बन सकता है?
ओमीक्रोन भारत में ला सकता है कोरोना की तीसरी लहर?
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार महाराष्ट्र के कोविड टास्क फोर्स के सदस्य डॉ. शशांक जोशी ने कहा कि अभी ओमीक्रोन को लेकर काफी कुछ पता नहीं है। ऐसे में बहुत ज्यादा बेचैन होने की जरूरत नहीं है लेकिन नजर रखना जरूरी है।
उन्होंने कहा कि ओमीक्रोन पर अभी और स्टडी करने की जरूरत है कि अगले कुछ हफ्तों में क्या फैलाव के मामले में यह डेल्टा वेरिएंट को पीछे छोड़ सकता है। गौरतलब है कि भारत में दूसरी लहर के लिए डेल्टा वेरिएंट ही जिम्मेदार था।
ओमीक्रोन का खतरा, अगले छह से 8 हफ्ते अहम
शशांक जोशी के मुताबिक अगले छह से आठ हफ्ते बेहद अहम रहने वाले हैं। उन्होंने कहा कि ये देखना होगा कि आने वाले दिनों में ओमीक्रोन वेरिएंट भारत में कैसा प्रभाव दिखाता है। अगर ओमीक्रोन वेरिएंट फैलता है तो अगले कुछ हफ्तों में इसका असर दिख सकता है।
डॉ जोशी ने कहा, 'भारत में अभी ज्यादातर ओमीक्रोन के केस यात्रा से जुड़े हैं। दक्षिण अफ्रीका से इतर अन्य देशों में ओमीक्रोन के मामले की स्टडी करनी होगी जो पहली यात्रा के बाद फैला होगा। इससे हमें बेहतर समझ बनाने में मदद मिलेगी।'
टास्क फोर्स के एक अन्य सदस्य डॉ राहुल पंडित के मुताबिक ओमीक्रोन से निपटने के लिए वापस आधारभूत कामों की ओर लौटना होगा। इसमें ट्रेसिंग, टेस्टिंग और इलाज शामिल हैं। उन्होंने कहा, 'हमने पहले देखा है कि नया वेरिएंट आने के बाद इसके मामले बढ़ने में एक से दो महीने लगते हैं।'
बचाव के लिए मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग जरूरी
वहीं, कल्याण डोंबिवली नगर निगम आयुक्त डॉ विजय सूर्यवंशी ने कहा कि लोगों को अनिवार्य रूप से घर से बाहर फेस मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग जैसे उपायों का पालन करना चाहिए।
बता दें कि देश में चौथा ओमीक्रोन का मामला महाराष्ट्र के डोंबिवली से ही आया है। शख्स की उम्र 33 साल है और वह 24 नवंबर को दुबई, दिल्ली होते हुए दक्षिण अफ्रीका से मुंबई लौटा है।