जानें कौन था करीम लाला, इंदिरा गांधी के मिलने के दावे के बाद चर्चा में, दाऊद की भी की थी पिटाई, जानें माफिया डॉन की पूरी कहानी
By पल्लवी कुमारी | Published: January 16, 2020 10:43 AM2020-01-16T10:43:04+5:302020-01-16T10:43:04+5:30
शिवसेना सांसद संजय राउत ने दावा किया कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी मुंबई में पुराने डॉन करीम लाला से मिली थीं। राउत ने 15 जनवरी 2020 को लोकमत मीडिया समूह के पुरस्कार समारोह के दौरान एक साक्षात्कार में कहा, ''वे (अंडरवर्ल्ड) तय करते थे कि मुंबई का पुलिस आयुक्त कौन बनेगा, मंत्रालय (सचिवालय) में कौन बैठेगा।''
शिवसेना सांसद संजय राउत ने दावा किया कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी मुंबई में पुराने डॉन करीम लाला से मिली थीं। राउत ने 15 जनवरी 2020 को लोकमत मीडिया समूह के पुरस्कार समारोह के दौरान एक साक्षात्कार में यह दावा किया। शिवसेना सांसद संजय राउत के इस दावे के बाद सियासत में सनसनी फैल गई है। तो आइए आपको बताते हैं कि आखिर करीम लाला था कौन?
करीम लाला, मस्तान मिर्जा उर्फ हाजी मस्तान और वरदराजन मुदलियार मुंबई के शीर्ष माफिया सरगनाओं में से एक था। इस मुंबई का पहला माफिया डॉन कहकर बुलाया जाता था। करीम लाला, जो 1960 से लेकर अस्सी के दशक तक सक्रिय रहा। कहा जाता है कि करीम लाला का मुंबई में तूती बोलता था।
21 साल की उम्र में आय करीम लाला, मस्तान मिर्जा उर्फ हाजी मस्तान आया था भारत
करीम लाला का जन्म 1911 में अफगानिस्तान के कुनार प्रांत में हुआ था। करीम लाला 21 साल की उम्र में भारत आया था। वह पाकिस्तान के पेशावर शहर के रास्ते मुंबई पहुंचा था। करीम लाला ने दिखावे के लिए छोटा-मोटा बिजनेस शुरू किया लेकिन असल में वह मुंबई डॉक से हीरे और जवाहरात की तस्करी करता था। 1940 तक उसने इस काम में एक तरफा पकड़ बना ली थी। तस्करी के धंधे में काफी मुनाफा होने के बाद उसने मुंबई में दारू और जुए के अड्डे भी खोले। करीम लाला के गैंग का नाम था- 'पठान गैंग'
जब दाऊद इब्राहिम की करीम लाला ने की थी पिटाई
अंडरवर्ल्ड से जुड़ी खबरों में यह दावा किया जाता है कि मुंबई में ही दाऊद इब्राहिम एक बार करीम लाला की पकड़ में आ गया था। जिसके बाद दाऊद इब्राहिम की करीम लाला ने जमकर पिटाई की थी, दावा किया जाता है कि दाऊद को काफी चोटें भी लगी थी और वह वहां से जान बचाकर भागा था।
करीम लाला की 'पठान गैंग' और दाऊद की 'डी कंपनी' के बीच वर्चस्व की लड़ाई
1981 के दौर पर करीम लाला के इलाके में दाऊद घूसने की कोशिश कर रहा था, जिस वजह से करीम लाला दाऊद से गुस्सा हुआ था। इसके बाद करीम की पठान गैंग ने दाऊद के भाई शब्बीर की हत्या कर दी। इसके बाद दोनों के बीच की दुश्मनी खुलेआम चली। 1981 से 1985 के बीच करीम लाला की 'पठान गैंग' और दाऊद की 'डी कंपनी' के बीच खूनी खेल होने लगा। दाऊद के भाई शब्बीर की हत्या के बाद 1986 में दाऊद के गुर्गों ने करीम लाला के भाई रहीम खान की हत्या कर दी। 90 साल की उम्र में 19 फरवरी, 2002 को मुंबई में ही करीम लाला की मौत हो गई।
पढ़ें शिवसेना सांसद संजय राउत का करीम लाला और इंदिरा गांधी को लेकर दिया पूरा बयान
शिवसेना सांसद संजय राउत ने दावा किया कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी मुंबई में पुराने डॉन करीम लाला से मिली थीं। राउत ने 15 जनवरी 2020 को लोकमत मीडिया समूह के पुरस्कार समारोह के दौरान एक साक्षात्कार में कहा, ''वे (अंडरवर्ल्ड) तय करते थे कि मुंबई का पुलिस आयुक्त कौन बनेगा, मंत्रालय (सचिवालय) में कौन बैठेगा।''
उन्होंने दावा किया कि हाजी मस्तान के मंत्रालय में आने पर पूरा मंत्रालय उसे देखने के लिए नीचे आ जाता था। इंदिरा गांधी पाइधोनी (दक्षिण मुंबई में) में करीम लाला से मिलने आती थीं। राउत की पार्टी ने पिछले साल महाराष्ट्र में राकांपा और कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनायी है।
राउत ने मुंबई में अंडरवर्ल्ड के दिनों को याद करते हुए कहा कि दाऊद इब्राहिम, छोटा शकील और शरद शेट्टी जैसे गैंगस्टर महानगर और आस-पास के क्षेत्रों पर नियंत्रण रखते थे। शिवसेना के राज्यसभा सदस्य ने कहा, ‘‘वे अंडरवर्ल्ड के दिन थे। बाद में, हर कोई (डॉन) देश छोड़कर भाग गया। अब ऐसा कुछ नहीं है।’’
राउत ने दावा किया कि उन्होंने दाऊद इब्राहिम सहित कई गैंगस्टरों की तस्वीरें खींची। शिवसेना नेता ने यह भी दावा किया कि उन्होंने एक बार दाऊद इब्राहिम को फटकार लगाई थी। संपर्क करने पर राज्य कांग्रेस के एक प्रवक्ता ने कहा कि वह इंदिरा गांधी के बारे में राउत की वास्तविक टिप्पणियां पढ़ने के बाद ही टिप्पणी करेंगे। (पीटीआई-भाषा इनपुट के साथ)