पटना: बिहार में छह साल के बाद नौकरी छूटने से रोजी रोटी की समस्या उत्पन्न होने के बाद अतिथि शिक्षक सोमवार को पटना में मुख्यमंत्री आवास पर प्रदर्शन करने पहुंचे। लेकिन मुख्यमंत्री आवास की सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों ने उन पर लाठीचार्ज कर भगा दिया। पटना जू के गेट नंबर एक के पास अतिथि शिक्षकों पर प्रशासन ने लाठीचार्ज किया गया। इस दौरान अतिथि शिक्षक अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। प्रशासन ने पहले उन्हें समझाने की कोशिश की, लेकिन जब वे नहीं माने तो प्रशासन ने हल्का बल प्रयोग किया और सभी को खदेड़ दिया।
अतिथि शिक्षकों का कहना है कि उन्होंने लगभग 6 सालों तक +2 विद्यालय में सेवा दी, लेकिन अब उनकी सेवा समाप्त कर दी गई है। वे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात करने जा रहे थे, लेकिन प्रशासन ने बिना कोई बात सुने सीधे लाठियां बरसानी शुरू कर दी। उन्होंने कहा कि अप्रैल में माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने यह कह दिया कि अब उन्हें हमारी सेवा की जरुरत नहीं हैं। इस दौरान यह भी नहीं सोचा गया कि काम से हटाए जाने के बाद हम लोगों का क्या होगा?
इन अतिथि शिक्षकों ने बताया कि नौकरी से हटाए जाने के बाद हम लोगों के सामने रोजी-रोटी की समस्या उत्पन्न हो गई है। इसलिए हम लोग अपनी नौकरी वापस मांगने के लिए आए हैं। बता दें कि शिक्षकों की नियमित नियुक्ति में इन अतिथि शिक्षकों को हर साल के अनुभव के आधार पर पांच अंक का ग्रेस देने का आदेश पटना हाईकोर्ट ने दिये हैं। जिसमें छह साल तक काम करनेवाले शिक्षकों को तीस अंक का लाभ होगा।