तृणमूल शासन में मार डाले गए भाजपा कार्यकर्ताओं के परिवारों के दर्द का क्या: शाह

By भाषा | Updated: March 15, 2021 22:39 IST2021-03-15T22:39:01+5:302021-03-15T22:39:01+5:30

What is the pain of the families of the BJP workers who were killed in the Trinamool rule: Shah | तृणमूल शासन में मार डाले गए भाजपा कार्यकर्ताओं के परिवारों के दर्द का क्या: शाह

तृणमूल शासन में मार डाले गए भाजपा कार्यकर्ताओं के परिवारों के दर्द का क्या: शाह

रानीबंध (पश्चिम बंगाल), 15 मार्च केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी हाल में चोट लगने की वजह से दर्द में हैं और उनके जल्द ठीक होने की कामना की, मगर सवाल किया कि क्या वह भाजपा के उन कार्यकर्ताओं के परिवारों का दर्द महसूस कर सकती हैं, जिनकी हत्या पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के शासन के दौरान की गई।

शाह ने यहां एक चुनावी रैली में कहा कि भाजपा के 130 कार्यकर्ताओं को तृणमूल कांग्रेस के गुंडों ने मार डाला।।

उन्होंने अल्पसंख्यकों के विकास के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठाने और राज्य में कट मनी की संस्कृति लाने को लेकर तृणमूल को निशाने पर लिया।

केंद्रीय गृहमंत्री ने वादा किया कि अगर भाजपा राज्य की सत्ता में आती है तो राज्य सरकार के कर्मचारियों के लिए सातवें वेतन आयोग को लागू किया जाएगा।

उन्होंने आरोप लगाया, “ दीदी (बनर्जी) जब आपके पैर में चोट लगी तो आपको दर्द हुआ। मैं कामना करता हूं कि आप जल्द ठीक हो जाएं। लेकिन उन 130 भाजपा कार्यकर्ताओं की मांओं के दर्द का क्या, जिनकी हत्या टीएमसी के गुंडों ने की है। क्या आपने उनका दर्द कभी महसूस करने की कोशिश की?”

शाह ने कहा, “आपने कभी भी इन लोगों की पीड़ा महसूस नहीं की। वे विधानसभा चुनाव में वोट डालने के दौरान आपको मुंहतोड़ जबाव देंगे।”

बनर्जी हाईप्रोफाइल सीट नंदीग्राम से पर्चा भरने के बाद 10 मार्च को वहां प्रचार के दौरान एक घटना में चोटिल हो गयी थीं, जिसमें उनके पैर, सिर एवं सीने में चोट लगी थी। इस सीट पर उनका मुकाबला उनके सिपहसालार रहे और अब भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी से होगा।

इस घटना के संबंध में शाह ने कहा, ‘‘चुनाव आयोग कह रहा है कि कोई हमला नहीं हुआ जबकि वह कह रही हैं कि साजिश थी। तृणमूल कांग्रेस कह रही है कि हमला किया गया था। ऐसे में भगवान ही जाने सच्चाई क्या है।’’

उन्होंने जनजातीय बहुल झाड़ग्राम में एक रैली में अपने डिजिटल संबोधन में बनर्जी का मजाक उड़ाने के लिए इस घटना का जिक्र किया।

उन्होंने कहा, ‘‘ मैं चुनाव प्रचार के लिए यहां आ रहा था। दुर्भाग्य से मेरे हेलीकॉप्टर में तकनीकी खराबी हो गयी...... लेकिन मैं इसे साजिश नहीं कहूंगा।’’

शाह के इस बयान से पहले भाजपा की प्रदेश इकाई के नेताओं ने भी तृणमूल सुप्रीमो पर आगामी चुनाव में सहानुभूति वोट पाने के लिए नाटक करने का आरोप लगाया था।

भाजपा नेता ने कहा कि अगर उनकी पार्टी राज्य में सत्ता में आती है तो वह सुनिश्चित करेगी कि आदिवासियों के अधिकारों को सुरक्षित किया जाए।

उन्होंने आरोप लगाया, “ टीएमसी आदिवासी प्रमाणपत्र तक के लिए ‘कट मनी’ (कमीशन) मांगती है। हम आदिवासियों के भूमि अधिकारों को सुनिश्चित करेंगे। क्षेत्र में आदिवासियों के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य और पेयजल पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। हम इसका उल्लेख अपने चुनाव घोषणापत्र में भी करेंगे।”

बांकुड़ा जिले में आदिवासियों की अच्छी खासी आबादी है, जो किसी भी पार्टी की जीत के लिए अहम है।

इससे पहले दिन में शाह को झाड़ग्राम जिले में एक रैली को संबोधित करना था, लेकिन उन्होंने डिजिटल माध्यम से संक्षिप्त भाषण दिया।

भाजपा ने कहा कि हेलीकॉप्टर में तकनीकी खराबी की वजह से वह रैली में शामिल नहीं हो पाए।

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