लाइव न्यूज़ :

पश्चिम बंगाल चुनाव परिणाम ने दिखाया कि मोदी-शाह अजेय नहीं है: शिवसेना

By भाषा | Updated: May 3, 2021 12:28 IST

Open in App
ठळक मुद्देबनर्जी ने लगातार तीसरी बार तृणमूल कांग्रेस को जीत दिलाईशिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ में प्रकाशित संपादकीय में कही यह बातशिवसेना ने बंगाल चुनाव नहीं लड़ा, लेकिन बनर्जी को समर्थन दिया

मुंबई, तीन मई शिवसेना ने सोमवार को कहा कि पश्चिम बंगाल चुनाव परिणाम ने साबित कर दिया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह अजेय नहीं हैं।

शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ में प्रकाशित संपादकीय में कहा गया कि जिन राज्यों (पश्चिम बंगाल, असम, तमिलनाडु और केरल) और केंद्रशासित प्रदेश (पुडुचेरी) में हाल में चुनाव हुए, उनमें से सभी की निगाहें पश्चिम बंगाल पर थीं।

पार्टी ने कहा, ‘‘कोविड-19 वैश्विक महामारी से निपटने के बजाए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत पूरी केंद्र सरकार (मुख्यमंत्री) ममता बनर्जी को हराने के लिए पश्चिम बंगाल में चुनाव प्रचार में लगी थी।’’

बनर्जी ने पश्चिम बंगाल में लगातार तीसरी बार तृणमूल कांग्रेस को रविवार को जीत दिलाई।

मराठी समाचार पत्र ने कहा, ‘‘परिणाम से साबित होता है कि पूरा तंत्र और सभी प्रौद्योगिकियां पास होने के बावजूद मोदी-शाह अजेय नहीं हैं।’’

शिवसेना ने पश्चिम बंगाल चुनाव नहीं लड़ा था, लेकिन बनर्जी को समर्थन दिया था।

उसने आरोप लगाया कि भाजपा ने बनर्जी को हराने के लिए धन, शक्ति और सरकारी तंत्र का इस्तेमाल किया।

उन्होंने कहा, ‘‘पश्चिम बंगाल चुनाव परिणाम का एक पंक्ति में विश्लेषण यह है कि भाजपा हार गई और कोरोना वायरस जीत गया।’’

शिवसेना ने कहा कि पश्चिम बंगाल में जीत हासिल करने के एकमात्र लक्ष्य के साथ मोदी और शाह चुनाव प्रचार में उतरे तथा उन्होंने कोविड-19 संबंधी सुरक्षा नियमों का उल्लंघन करते हुए बड़ी रैलियां एवं रोडशो किए।

उन्होंने कहा कि मद्रास उच्च न्यायालय ने कोविड-19 की ताजा लहर के लिए निर्वाचन आयोग को दोषी ठहराया है।

शिवसेना ने सवाल किया कि चुनाव में भाजपा के प्रदर्शन की जिम्मेदारी कौन लेगा।

उसने कहा कि असम और पुडुचेरी को छोड़कर भाजपा ने (अन्य राज्यों के विधानसभा चुनावों में) अच्छा प्रदर्शन नहीं किया।

संपादकीय में कहा गया है, ‘‘पश्चिम बंगाल के लोगों की प्रशंसा की जानी चाहिए कि वे कृत्रिम लहर के झांसे में नहीं आए और अपनी प्रतिष्ठा के लिए एकजुट होकर खड़े रहे। देश को बंगाल से सीखना चाहिए।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

टॅग्स :पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावशिव सेनाटीएमसीममता बनर्जी
Open in App

संबंधित खबरें

भारत'अमित शाह ने बंगाल में राष्ट्रपति शासन का आधार तैयार करने के लिए SIR का इस्तेमाल किया', ममता बनर्जी ने लगाया आरोप

भारतTMC ने MLA हुमायूं कबीर को पार्टी ने किया सस्पेंड, बंगाल में बाबरी मस्जिद बनाने पर दिया था बयान

भारतMaharashtra Local Body Elections: महाराष्ट्र निकाय चुनाव के लिए वोटिंग शुरू, भाजपा और शिवसेना के बीच मुकाबला

भारतक्या नंदीग्राम सीट से विधानसभा चुनाव लड़ेंगे अभिषेक बनर्जी?, 2026 में बन सकते पश्चिम बंगाल सीएम?

भारतसिंधुदुर्ग स्थानीय निकाय चुनावः संदेश पारकर के लिए प्रचार क्यों कर रहे हैं?, भाजपा नेता नितेश राणे ने उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को घेरते हुए पूछे सवाल?

भारत अधिक खबरें

भारतMahaparinirvan Diwas 2025: आज भी मिलिंद कॉलेज में संरक्षित है आंबेडकर की विरासत, जानें

भारतडॉ. आंबेडकर की पुण्यतिथि आज, पीएम मोदी समेत नेताओं ने दी श्रद्धांजलि

भारतIndiGo Crisis: लगातार फ्लाइट्स कैंसिल कर रहा इंडिगो, फिर कैसे बुक हो रहे टिकट, जानें

भारतIndigo Crisis: इंडिगो की उड़ानें रद्द होने के बीच रेलवे का बड़ा फैसला, यात्रियों के लिए 37 ट्रेनों में 116 कोच जोड़े गए

भारतPutin Visit India: भारत का दौरा पूरा कर रूस लौटे पुतिन, जानें दो दिवसीय दौरे में क्या कुछ रहा खास