'भाजपा को सबका साथ-सबका विकास की जरूरत नहीं, खत्म करो अल्पसंख्यक मोर्चा'- पश्चिम बंगाल के भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: July 17, 2024 04:37 PM2024-07-17T16:37:43+5:302024-07-17T16:39:57+5:30
नंदीग्राम विधायक ने कोलकाता में लोकसभा चुनाव के बाद राज्य भाजपा की पहली कार्य समिति की बैठक में कहा कि भाजपा के लिए अल्पसंख्यक मोर्चा की कोई जरूरत नहीं है।
कोलकाता: पश्चिम बंगाल के भाजपा विधायक और विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिए गए "सबका साथ, सबका विकास" नारे की कोई जरूरत नहीं है। पश्चिम बंगाल के लोकसभा और विधानसभा उपचुनाव के नतीजों से नाखुश अधिकारी ने कहा कि भाजपा को अपनी अल्पसंख्यक शाखा को खत्म कर देना चाहिए।
नंदीग्राम विधायक ने कोलकाता में लोकसभा चुनाव के बाद राज्य भाजपा की पहली कार्य समिति की बैठक में कहा, "हम हिंदुओं को बचाएंगे और हम संविधान को बचाएंगे। मैंने राष्ट्रवादी मुसलमानों के बारे में बात की है और आप सभी ने 'सबका साथ, सबका विकास' कहा है। लेकिन मैं इसे अब और नहीं कहूंगा। बल्कि अब हम कहेंगे 'जो हमारे साथ हम उनके साथ'। सबका साथ, सबका विकास बंद करो।"
"Stop this 'Sabka Saath, Sabka Vikas'. Minority Morcha is not needed.
— Sunanda Roy 👑 (@SaffronSunanda) July 17, 2024
I had spoken about nationalist Muslims and 'Sabka Saath, Sabka Vikas'.
But I will not say this anymore. Instead, we will now say, 'Jo Hamare Saath, Hum Unke Saath'."
~ Suvendu Adhikari dada on fire 🔥 pic.twitter.com/01gX9Shkev
उन्होंने कहा कि भाजपा के लिए अल्पसंख्यक मोर्चा की कोई जरूरत नहीं है। हाल के लोकसभा चुनावों में भाजपा की सीटें 2019 में जीती गई 18 सीटों से घटकर 12 रह गईं। अधिकारी भाजपा नेताओं के एक वर्ग के निशाने पर थे क्योंकि लगभग 30 सीटों के लिए उम्मीदवारों के चयन में उनकी भूमिका थी।
प्रधानमंत्री के नारे पर अधिकारी के बयान पर राज्य के अन्य भाजपा नेताओं की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई। हालांकि जब मामला बढ़ा तो अधिकारी ने कहा कि उनके बयान को गलत तरीके से लिया गया। कुछ दिन पहले भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा था कि पार्टी केंद्रीय एजेंसियों का उपयोग करके और सत्तारूढ़ टीएमसी के नेताओं को सलाखों के पीछे डालकर चुनाव नहीं जीत सकती है।
मजूमदार ने 13 जुलाई को मिदनापुर में एक कार्यकर्ता बैठक में कहा था, "कभी-कभी, कार्यकर्ता किसी को गिरफ्तार करने के लिए सीबीआई कार्रवाई की मांग करते थे। उन्हें लगता है कि इससे निर्वाचन क्षेत्र में जीत सुनिश्चित हो जाएगी। लेकिन ऐसा नहीं होगा। कार्यकर्ता सोच सकते हैं कि किसी नेता को गिरफ्तार करने से निर्वाचन क्षेत्र में जीत सुनिश्चित हो जाएगी। लेकिन यह संभव नहीं है।"