पटनाः पीएम मोदी के संबोधन के दौरान भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल भावुक हो उठे। कहा कि सत्ता पाने के लिए किसी को इतना नीचे नहीं गिरना चाहिए। भाजपा के दिलीप जायसवाल ने पीएम मोदी की दिवंगत मां के खिलाफ टिप्पणी को लेकर राजद, कांग्रेस की आलोचना की। प्रधानमंत्री का यह संबोधन पूरे बिहार की 20 लाख से अधिक मां, बहन और बेटियों ने सुना। महिलाएं समाज और परिवार के लिए कितनी महत्वपूर्ण हैं, यह प्रधानमंत्री ने आज स्पष्ट रूप से बताया। कांग्रेस और राजद के नेताओं ने प्रधानमंत्री मोदी की स्वर्गीय माताजी को अपमानजनक शब्द कहे, वह दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय है।
उन्होंने कहा कि इससे बड़ा पाप कोई नहीं हो सकता। बिहार की धरती ऐसे व्यवहार से शर्मसार हो रही है। यही कारण है कि उनकी आंखें नम हो गईं। दरअसल, मंगलवार को प्रधानमंत्री मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बिहार राज्य जीविका निधि क्रेडिट कोऑपरेटिव फेडरेशन लिमिटेड के शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित किया।
इस मौके पर मोदी ने महिलाओं की भागीदारी, आत्मनिर्भरता और सम्मान को केंद्र में रखकर अपनी बातें कही। इस दौरान पीएम मोदी ने भी इस मुद्दे पर विपक्ष को घेरा। उन्होंने कहा कि मैं बिहार की जनता के सामने कहना चाहता हूं कि मां को गाली देने वालों से मोदी तो एक बार माफ कर भी देगा, लेकिन भारत की धरती मां के अपमान को कभी बर्दाश्त नहीं करती।
राजद और कांग्रेस को इस कृत्य के लिए देश से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार की योजनाओं के केंद्र में महिलाएं हैं और बिहार की महिलाएं स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से बदलाव की बड़ी ताकत बन चुकी हैं। कार्यक्रम के माध्यम से उन्होंने महिलाओं को आर्थिक सशक्तिकरण और आत्मनिर्भरता की दिशा में सरकार की जिम्मेदारियों को दोहराई।
इस कार्यक्रम के दौरान भाजपा ने विपक्ष पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि महिलाओं का सम्मान करना ही भारतीय संस्कृति और समाज का मूल आधार है और किसी भी तरह की अभद्र टिप्पणी को जनता कभी स्वीकार नहीं करेगी।
मतदाता अधिकार यात्रा के दौरान महागठबंधन के मंच से मां को दी गई गाली को लेकर एनडीए ने खोला मोर्चा, गुरुवार को बुलाया बिहार बंद
महागठबंधन की ओर से निकाली गई मतदाता अधिकार यात्रा के दौरान पिछले दिनों दरभंगा में राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की मौजूदगी में खुले मंच से पीएम मोदी की मां को दी गई गाली को लेकर सियासत गर्मा गई है। इसके विरोध में भाजपा ने गुरुवार(4 सितंबर) को बिहार बंद का आह्वान किया है। भाजपा के बिहार बंद को एनडीए के सभी दलों ने समर्थन दिया है।
इस दौरान रेल सेवा को छोड़कर सड़क और यातायात बंद रखने की अपील की गई है। दरअसल, बिहार विधानसभा चुनाव से पहले चुनाव आयोग द्वारा राज्य में कराए जा रहे मतदाता सूची पुनरीक्षण के खिलाफ राहुल गांधी और तेजस्वी यादव के नेतृत्व में बिहार में महागठबंधन ने वोटर अधिक यात्रा निकाली थी, जिसका समापन 1 सितंबर को पटना में हो गया।
इस यात्रा के दौरान दरभंगा में खुले मंच से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां को गाली दी गई। इस दौरान राहुल गांधी और तेजस्वी यादव के साथ साथ महागठबंधन के कई नेता मंच पर मौजूद थे। इसी दौरान माइक से पीएम मोदी को मां की गालियां दी गई। इसको लेकर विपक्ष की खूब निंदा हुई। महागठबंधन की यात्रा खत्म होने के बाद भाजपा ने इसके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
राजद और कांग्रेस के नेताओं का विरोध जताने का फैसला लिया है। इसको लेकर गुरुवार को एनडीए ने सुबह 7 बजे से दोपहर 1 बजे तक बिहार बंद का आह्वान किया है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा कि दरभंगा में कांग्रेस और राजद के मंच से भद्दी गालियां दी गई। यह घटना लोकतंत्र को कलंकित करने वाली है। मां मां होती है, चाहे वो राजद या कांग्रेस किसी की ही हो।
मां भगवान की रूप होती है। किसी राजनीतिक प्लेटफार्म से मां को भद्दी भद्दी गालियां दी जाए यह कोई नहीं सोच सकता। क्या उस मा को गाली देने कोई सोच सकता? पूरे बिहार की धरती को शर्मसार किया गया। आज तक तेजस्वी और राहुल को एहसास नहीं है। उन्होंने कहा कि 4 सितंबर को सुबह 7 बजे से 1 बजे तक बिहार बंद रहेगा।
आपात सेवाएं और रेलवे को इस बंदी से अलग रख गया है। आम लोगों को आह्वान किया जाता है कि 4 को बिहार बंद का समर्थन दें। बंदी को सफल बनाने महिला मोर्चा कमान संभालेंगी। पहली बार महिला मोर्चा ऐसे बंद का मोर्चा संभाल रही हैं। एनडीए के सभी घटक दलों ने बंद को सहमति दी है।
उधर, पीएम मोदी ने जीविका दीदी के कार्यक्रम में इसको लेकर दुख जताया और विपक्ष ने मेरी मां को नहीं बल्कि देश की करोड़ों मां को गाली देने का काम किया है, उन्हें छठी मइया से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने अपील की कि जहां भी महागठबंधन के नेता दिखें उनका विरोध करें। इस पर पहली बार पीएम मोदी ने प्रतिक्रिया दी और भावुक होकर कहा कि यह सिर्फ उनकी मां का नहीं, बल्कि हर मां-बहन का अपमान है।