नई दिल्लीःकांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया और शरद मौसम में राजनीति गर्म हुई। पार्टी की शीर्ष नीति निर्धारक इकाई कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक से पहले एक्स पर लिखे पोस्ट ने कांग्रेस सहित सभी दल भौच्चक रह गए। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने बीजेपी संगठन की तारीफ करते हुए ट्वीट किया उन्होंने कहा, "...फर्श पर बैठकर प्रदेश का मुख्यमंत्री व देश का प्रधानमंत्री बना, यह संगठन की शक्ति है, जय सिया राम।" कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह ने अपने ही ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "मैं संगठन का पक्षधर करता हूं, लेकिन मैं RSS और PM मोदी का विरोधी हूं। आपको गलतफहमी हुई है। मैंने संगठन की तारीफ की है, लेकिन मैं RSS और PM मोदी और उनकी नीतियों का कड़ा विरोधी था, हूं और रहूंगा।"
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने एक नया विवाद खड़ा कर दिया है। एक हफ्ते पहले ही उन्होंने विपक्ष के नेता राहुल गांधी को पार्टी में सुधारों की आवश्यकता को लेकर पत्र लिखा था। आज सुबह उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 1990 के दशक की एक ब्लैक एंड व्हाइट तस्वीर साझा करते हुए भाजपा और उसके वैचारिक जनक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की प्रशंसा की।
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री सिंह ने तस्वीर का स्क्रीनशॉट ऑनलाइन साझा किया, जिसमें भाजपा के वरिष्ठ नेता एलके आडवाणी गुजरात में एक कार्यक्रम में भाग लेते नजर आ रहे हैं। तस्वीर में युवा प्रधानमंत्री मोदी आडवाणी के पास जमीन पर बैठे दिख रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी का जिक्र करते हुए कांग्रेस नेता ने इस बात की प्रशंसा की कि कैसे जमीनी स्तर के कार्यकर्ता, जो कभी जमीन पर बैठते थे।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने पार्टी कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक से पहले शनिवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय स्वयंसेक संघ (आरएसएस) की ‘‘संगठन शक्ति’’ की तारीफ कर अपने दल के लिए असहज स्थिति पैदा कर दी। हालांकि, उन्होंने बाद में सफाई देते हुए कहा कि वह आरएसएस तथा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की नीतियों के धुर विरोधी हैं।
उन्होंने सिर्फ संगठन की तारीफ की है। सूत्रों के अनुसार, दिग्विजय ने कार्य समिति की बैठक के दौरान भी पार्टी संगठन में विक्रेंद्रीकरण की पैरवी की। कार्य समिति की बैठक शुरू होने से पहले दिग्विजय सिंह ने ‘एक्स’ पर एक पुरानी तस्वीर साझा की जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आगे की तरफ नीचे बैठे हुए हैं तथा उनके पीछे भाजपा के दिग्गज नेता लालकृष्ण आडवाणी कुर्सी पर बैठे नजर आ रहे हैं।
सिंह ने पोस्ट किया, ‘‘कोरा वेबसाइट पर मुझे यह चित्र मिला। बहुत ही प्रभावशाली है। किस प्रकार आरएसएस का ज़मीनी स्वयंसेवक व जनसंघ भाजपा का कार्यकर्ता नेताओं के चरणों में फर्श पर बैठकर प्रदेश का मुख्यमंत्री व देश का प्रधानमंत्री बना। यह संगठन की शक्ति है। जय सियाराम।’’ विवाद खड़ा होने पर सिंह ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैंने संगठन की तारीफ की है।
मैं आरएसएस और मोदी जी का घोर विरोधी था, घोर विरोधी हूं और रहूंगा।’’ यह पूछे जाने पर कि क्या उन्होंने कार्य समिति की बैठक में विकेंद्रीकरण की पैरवी की है, सिंह ने कहा, ‘‘मुझे जो कहना था, वो मैंने बैठक के दौरान कह दिया।’’
उन्होंने यह भी कहा, ‘‘क्या संगठन को मजबूत करना या उसकी तारीफ करना, क्या बुरी बात है।’’ मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘अगर आप मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के तौर पर मेरे कार्यकाल को देखेंगे तो पाएंगे कि मैंने विकेंद्रीकृत तरीके से काम किया। यह मेरा विचार है।’’