VP Jagdeep Dhankhar: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का इस्तीफा?, विपक्षी नेताओं ने कहा- 'दाल में कुछ काला', हेल्थ नहीं कुछ और "गंभीर कारण"
By सतीश कुमार सिंह | Updated: July 22, 2025 11:55 IST2025-07-22T11:39:32+5:302025-07-22T11:55:00+5:30
VP Jagdeep Dhankhar Live Updates: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने सोमवार शाम स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया।

Jagdeep Dhankhar’s resignation
VP Jagdeep Dhankhar Live Updates: कांग्रेस ने मंगलवार को दावा किया कि उपराष्ट्रपति पद से जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के पीछे उनके द्वारा बताए गए स्वास्थ्य कारणों से कहीं अधिक "गंभीर कारण" हैं। कांग्रेस महासचिव (संचार प्रभारी) जयराम रमेश ने कहा कि धनखड़ ने सोमवार (21 जुलाई, 2025) को दोपहर 12:30 बजे राज्यसभा की कार्य मंत्रणा समिति की अध्यक्षता की। सदन के नेता जेपी नड्डा और संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू सहित अधिकांश सदस्यों ने भाग लिया। आखिर बीएसी में ऐसा क्या हुआ कि रात को वीपी ने पद से इस्तीफा दे दिया।
#WATCH | Delhi: On Vice President Jagdeep Dhankhar's resignation, Rajya Sabha LoP and Congress chief Mallikarjun Kharge says, "Only he knows the reason. We have nothing to say on this. Either the government knows or he knows. It is up to the government to accept his resignation… pic.twitter.com/IWUi6TshcM
— ANI (@ANI) July 22, 2025
#WATCH | Delhi | On the resignation of Vice President Jagdeep Dhankhar, Congress MP Imran Pratapgarhi says, "This is very sad and whatever happened is not normal...The government should speak on it..."
On Bihar Special Intensive Revision (SIR), he says, "We will raise this issue… pic.twitter.com/fZCGFdIWR2— ANI (@ANI) July 22, 2025
#WATCH | Delhi | On the resignation of Vice President Jagdeep Dhankhar, Revolutionary Socialist Party MP NK Premchandran says, "...This cannot be believed...I don't think it's due to health reasons...Yesterday, the entire proceedings of the house were controlled and chaired by… pic.twitter.com/wrDa8WYcCL— ANI (@ANI) July 22, 2025
देश के 140 करोड़ लोग इससे जानना चाहेंगेः मनीष तिवारी
राज्यसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे पर कहा कि ये उनकी इच्छा है और सरकार की इच्छा है कि इस इस्तीफे को स्वीकार करना है कि नहीं...इससे हमारा कोई वास्ता नहीं है। कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने कहा, " मैं उपराष्ट्रपति जी के उत्तम स्वास्थ्य की कामना करता हूं। लेकिन जिस तरह से ये इस्तीफा हुआ है ये इस समय बहुत ही बड़ा रहस्या है, उन्होंने ये फैसला क्यों लिया इसका विवरण अगर वह दें तो बहुत अच्छा रहेगा...देश के 140 करोड़ लोग इससे जानना चाहेंगे, अगर वह इस पर प्रकाश डाले तो सबके लिए अच्छा होगा.."
हमें इसे स्वीकार करना होगा और आगे बढ़ना होगाः कपिल सिब्बल
राज्यसभा सदस्य कपिल सिब्बल ने उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा देने वाले जगदीप धनखड़ को देशभक्त कहा। घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए सिब्बल ने कहा कि धनखड़ ने स्पष्ट रूप से कहा है कि उन्होंने स्वास्थ्य आधार पर इस्तीफा दिया है और इस पर आगे कोई चर्चा नहीं होनी चाहिए। सिब्बल ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमें इसे स्वीकार करना होगा और आगे बढ़ना होगा।
निजी तौर पर, मुझे अच्छा नहीं लगा। उनके साथ मेरे बहुत अच्छे संबंध हैं। कोई बुरी भावना नहीं है। वो अपनी बात कह देते थे, दिल में बात नहीं रखते थे। हालांकि, हमारी विचारधाराएं मिलती नहीं थीं, पर वो कभी दिल में बात नहीं रखते थे। जब मैं राज्यसभा में बोलने के लिए अधिक समय चाहता था, तो वह मुझे अधिक समय देते थे।’’ ये उनकी खूबियां थीं। वह एक राष्ट्रवादी और देशभक्त हैं।
स्वास्थ्य अच्छा नहीं थाः भाजपा सांसद डॉ. भागवत किशनराव कराड
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे पर भाजपा सांसद डॉ. भागवत किशनराव कराड ने कहा कि उनका स्वास्थ्य अच्छा नहीं था और कुछ दिन पहले वह AIIMS में भर्ती थे तो मैं समझ सकता हूं अगर स्वास्थ्य अच्छा नहीं है तो यही कारण है उनके इस्तीफे की। केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे पर कहा, "वह बहुत गंभीर,व्यवस्थित इंसान थे, उनका योगदान हमारे देश के लिए बहुत रहा है, वह सबकी बाते सुनते थे लेकिन उनकी तबीयत कुछ दिनों से ठीक नहीं चल रही थी इसलिए उन्होंने इस्तीफा दिया है।"
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे पर भाजपा सांसद अशोक चव्हाण ने कहा, "विपक्ष को उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के पीछे के कारण पर भरोसा करना चाहिए..." पप्पू यादव ने कहा, "...लगातार उनका दो दिन बाद कार्यक्रम था अगर वह अस्वस्थ होते तो पहले इस्तीफा देते या बाद में देते। तो ये बहुत बड़ा घपला है। कहीं पर निगाहें कहीं पर निशाना है।"
सरकार चुप, सबकुछ सामान्य नहींः इमरान प्रतापगढ़ी
कांग्रेस की राज्यसभा सांसद रेणुका चौधरी ने कहा कि अगर उनकी तबीयत बिगड़ी होती तो उनका AIIMS में इलाज कराया जा सकता था...उपाध्यक्ष जगदीप धनखड़ जाट हैं। सब ठीक है, लेकिन भाजपा में अजीब वायरस है। कांग्रेस सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने कहा, "बहुत दुखद है और मुझे लगता है कि जो भी हुआ है वो सामान्य सा नहीं है।
उनके जैसा अक्खड़ मिजाज का आदमी जो बीमारी की हालत में भी सदन आते थे और पूरा समय देते थे। उनका स्वास्थ्य कारणों की वजह से इस्तीफा सामान्य नहीं लग रहा है। कम से कम सरकार को इस पर बोलना चाहिए। सरकार चुप है। ये चुप्पी दर्शाती है कि सबकुछ सामान्य नहीं है।"
किसानों के आवाज उठाने वाले थेः प्रमोद तिवारी
कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने कहा, "ये चौंकाने वाला है, मैं उनसे आग्रह करूंगा कि वह पुन: विचार करें। वह संसदीय ज्ञान के धनी थे और किसानों के आवाज उठाने वाले थे ये संसदीय इतिहास का काल दिन है जब एक उपराष्ट्रपति जी अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पा रहे हैं।"
कांग्रेस सांसद सैयद नसीर हुसैन ने कहा,"...ये हमारे लिए चौंकाने वाला है क्योंकि कल शाम तक वह संसद में पूरी तरह शामिल थे, अचानक कौन-सी बात हो गई...यहां पर कोई सुरक्षित नहीं है.." शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, "अपनी खराब स्वास्थ्य स्थिति के बावजूद वह संसदीय कार्यवाही का संचालन करते रहे... यह पहली बार है जब किसी उपराष्ट्रपति ने इतने चौंकाने वाले तरीके से इस्तीफा दिया है और उम्मीद है कि हमें और जानकारी मिलेगी..."
स्वास्थ्य का हवाला दिया तो मुझे कोई टिप्पणी नहीं करनीः सपा सांसद अवधेश प्रसाद
सपा सांसद अवधेश प्रसाद ने कहा, "मैंने कल उन्हें राज्यसभा की कार्यवाही बहुत ही अच्छे ढंग से कराते सुना है। कहीं पर ऐसा नहीं लग रहा था कि महामहिम बीमार हैं। अचानक कल रात मुझे पता चला तो मुझे आश्चर्य हुआ है। उन्होंने अपने स्वास्थ्य का हवाला दिया तो मुझे कोई टिप्पणी नहीं करनी है... मैं प्रभु से प्रार्थना करता हूं कि वे स्वस्थ और प्रसन्न रहें।"
विपक्षी दलों ने धनखड़ के इस्तीफे पर सवाल उठाया
विपक्षी दलों ने सोमवार को जगदीप धनखड़ के उपराष्ट्रपति पद से अचानक इस्तीफा देने पर सवाल उठाया। कांग्रेस ने कहा कि स्पष्ट रूप से, उनके अप्रत्याशित इस्तीफे में जो दिख रहा है, उससे कहीं अधिक है। कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से धनखड़ को अपना मन बदलने के लिए मनाने का आग्रह किया। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, "उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति का अचानक इस्तीफा देना जितना चौंकाने वाला है, उतना ही समझ से परे भी। मैं आज शाम लगभग पांच बजे तक कई अन्य सांसदों के साथ उनके साथ था और शाम साढ़े सात बजे उनसे फोन पर बात की थी।"
उन्होंने कहा, "इसमें कोई संदेह नहीं कि धनखड़ को अपने स्वास्थ्य को सर्वोच्च प्राथमिकता देनी होगी, लेकिन स्पष्ट रूप से उनके पूरी तरह से अप्रत्याशित इस्तीफे में जो दिख रहा है, उससे कहीं अधिक कुछ है। हालांकि, यह अटकलों का समय नहीं है।" रमेश ने कहा, "धनखड़ ने सरकार और विपक्ष, दोनों को समान रूप से आड़े हाथों लिया। उन्होंने मंगलवार दोपहर एक बजे कार्य मंत्रणा समिति की बैठक तय की थी।
वह कल न्यायपालिका से जुड़ी कुछ बड़ी घोषणाएं भी करने वाले थे।" कांग्रेस महासचिव ने कहा, "हम उनके उत्तम स्वास्थ्य की कामना करते हैं, लेकिन उनसे अपने फैसले पर पुनर्विचार करने का भी अनुरोध करते हैं। हम यह भी उम्मीद करते हैं कि प्रधानमंत्री मोदी, धनखड़ को अपना मन बदलने के लिए मनाएंगे। यही देशहित में होगा। विशेषकर कृषक समुदाय को काफी राहत मिलेगी।"
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने धनखड़ के अच्छे स्वास्थ्य और दीर्घायु की कामना करते हुए कहा कि उन्होंने "चिकित्सीय कारणों" का हवाला देते हुए इस्तीफा दिया है। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के सांसद पी संदोष कुमार ने कहा कि यह घटनाक्रम बिल्कुल अप्रत्याशित है और "हमें नहीं पता कि इसके क्या कारण हैं।"
कुमार ने कहा, "मुझे नहीं लगता कि राष्ट्रपति इसे स्वीकार करेंगी। यह उनकी (धनखड़ की) ओर से शुरुआती प्रतिक्रिया हो सकती है। हो सकता है कि वह कुछ घटनाक्रम से असंतुष्ट हों।" ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) नेता वारिस पठान ने कहा, "मैंने देखा कि उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अपना इस्तीफा सौंप दिया है। उन्होंने राष्ट्रपति को पत्र लिखा है। उन्होंने इसके लिए चिकित्सा कारण बताए हैं। हम केवल प्रार्थना कर सकते हैं कि उनके स्वास्थ्य में जल्दी सुधार हो...।"
शिवसेना (उबाठा) नेता आनंद दुबे ने कहा, "उपराष्ट्रपति के स्वास्थ्य कारणों से इस्तीफा देने की खबर चिंताजनक है। हम उनकी कुशलता की कामना करते हैं। लेकिन, एक सवाल उठता है कि आज मानसून सत्र का पहला दिन था और उसी दिन उनका इस्तीफा देना चिंताजनक है।" उन्होंने कहा, "इस सरकार में क्या चल रहा है? यह फैसला बिना किसी उचित परामर्श या चर्चा के लिया गया। अगर स्वास्थ्य ही चिंता का विषय था, तो इस्तीफा सत्र से कुछ दिन पहले या बाद में भी दिया जा सकता था।"