अमरावती: विशाखापत्तनम के बंदरगाह में बीते रविवार को भीषण आग लग गई। रात के समय में यह आग एक नाव में लगी, फिर आग ने अपनी चपेट में 40 नावों को ले लिया। आग पर काबू पाने के लिए दमकल की कई गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। अब पुलिस केस दर्ज कर मामले की जांच कर रही है। अभी तक 25 से 30 दूसरी पानी के जहाज इसकी चपेट में आ चुके हैं।
एडीजीपी लॉ एंड ऑर्डर रविशंकर ने कहा, "खड़ी कई नाव में से एक में आग लग गई, जहां कुछ लड़के देर रात वहां थे और शायद वे पार्टी कर रहे थे। उस जहाज में पूरे टैंकर में डीजल और गैस सिलेंडर थे, इसलिए आग का प्रभाव कई गुना बढ़ गया और बंदरगाह पर खड़े अन्य जहाजों तक पहुंच गई। आखिरकार नौसेना ने भी मदद कर सभी को बचा गया। आग पर काबू पा लिया गया। शुरुआत में कोई जानमाल का नुकसान नहीं हुआ है। केवल 25-30 जहाज जले हैं। इसमें लगभग 30 करोड़ का नुकसान हुआ है।"
इस वाक्ये में स्थानीय मछुआरों को संदेह है कि कुछ अपराधियों ने नावों में आग लगा दी है। बंदरगाह से चौंकाने वाले दृश्यों में अग्निशमन से जुड़े जवानों को आग बुझाते हुए देखा जा सकता है, जबकि मछुआरे असहाय होकर आग को देखते रहे और उनकी आजीविका के साधन नष्ट हो गए।
विशाखापत्तनम जिला अग्निशमन अधिकारी एस.रेणुकैया ने कहा कि दुर्घटना की सूचना मिलने के बाद दमकलकर्मी मौके पर पहुंचे। उन्होंने कहा, "हमने 12 फायर टेंडरों को सेवा में लगाया और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल और विशाखापत्तनम पोर्ट ट्रस्ट से मदद मांगी।" अधिकारी ने बताया कि अभी तक किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है।