पटना: बिहार में रामनवमी में शोभायात्रा के हुई हिंसा, आगजनी को लेकर बिहार पुलिस ने रविवार को एक बयान जारी किया। बिहार एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार ने कहा कि प्रथम दृष्टया बिहारशरीफ के रामनवमी जुलूस के दौरान हुई हिंसा सुनियोजित थी। रामनवमी से पहले 457 लोगों का एक व्हाट्सएप ग्रुप सक्रिय था। इसमें रामनवमी को लेकर संदेशों के जरिए साजिश रची जा रही थी।
उन्होंने कहा कि बिहार शरीफ में राम नवमी के अवसर पर हुई हिंसा के जांच के क्रम में सोशल मीडिया और आर्थिक अपराध शाखा ने केस दर्ज किया है। जांच में पता चला है कि मामले में साइबर स्पेस पर उन्माद, धार्मिक भावना को भड़काने वाले संदेशों एंव अन्य सांप्रदायिक उत्तेजना फैलाने वाले आपत्तिजनक संदेश और पोस्ट की महत्वपूर्ण भूमिका थी।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस मामले में एक अलग प्राथमिकी दर्ज की गई है। जिसकी जांच आर्थिक अपराध अनुसंधान दल द्वारा की जा रही है। उन्होंने कहा कि इस सोशल मीडिया के मास्टरमाइंड के तौर पर बजरंग दल के संयोजक कुंदन कुमार ने सरेंडर कर दिया है। इसके अलावा बिहारशरीफ में कुल 15 प्राथमिकी दर्ज की गई है, जिसमें 271 नामजद अभियुक्त थे। 140 अभियुक्तों को गिरफ़्तार किया गया है।