Video: चीन को संदेश, सुखोई-30 एमकेआई, मिग-29 फाइटर प्लेन और अपाचे हेलिकॉप्टर का भारत-चीन बॉर्डर पर ऑपरेशन
By स्वाति सिंह | Published: July 4, 2020 09:25 PM2020-07-04T21:25:15+5:302020-07-04T21:25:15+5:30
पूर्वी-लद्दाख के गलवान घाटी में भारत और चीन की हिंसक झड़प के बाद भारत ने कमर कस ली है। सीमा पर मिग, सुखोई और हरक्युलिस विमान पहले से तैनात थे लेकिन अब अकसर ये सीमा के पास उड़ान भरते देखे गए।
नई दिल्ली: भारतीय वायुसेना ने फिर एक बार चीन से सटी सीमा पर ताकत दिखाई है। सीमा पर सुखोई-30, एमकेआई और मिग-29 फाइटर प्लेन ने उड़ान भरी। यहां एयरफोर्स के सुखोई Su-30MKI और मिग 29 विमानों के साथ अपाचे हेलिकॉप्टर भी सीमा पर उड़ान भरते नजर आए। भारतीय सेना चीन सीमा पर एयर ऑपरेशन कर रही है।
बता दें कि पूर्वी-लद्दाख के गलवान घाटी में भारत और चीन की हिंसक झड़प के बाद भारत ने कमर कस ली है। जिसके बाद भारत ने सीमा पर अपने विमान तैनात कर दिए। सीमा पर मिग, सुखोई और हरक्युलिस विमान पहले से तैनात थे लेकिन अब अकसर ये सीमा के पास उड़ान भरते देखे गए। ख़बरों कि मानें तो तीनों सेनाओं से किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा गया है।
Indian Air Force (IAF) Su-30MKI and MiG-29 fighter aircraft carrying out air operations at a forward airbase near India-China border. pic.twitter.com/dgknHJDw3s
— ANI (@ANI) July 4, 2020
Indian Air Force (IAF) Apache attack helicopter at a forward airbase near India-China border carrying out air operations. pic.twitter.com/83sx0uG20Z
— ANI (@ANI) July 4, 2020
इस मौके पर एक स्क्वाड्रन लीडर ने कहा, 'सभी बेस पर भारतीय वायुसेना पूरी तरह से तैयार है और किसी भी चुनौती का सामना कर सकती है। उन्होंने कहा, जवानों का जोश हमेशा हाइ रहता है औऱ आसमान की ऊंचाइयों को छूने के लिए वे तैयार रहते हैं।
#WATCH Indian Air Force (IAF) Su-30MKI fighter aircraft carrying out air operations at a forward airbase near India-China border. pic.twitter.com/Dmzp85hvCy
— ANI (@ANI) July 4, 2020
प्रधानमंत्री मोदी ने एक दिन पहले ही किया है लद्दाख का दौरा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन और भारत की सेनाओं में गतिरोध के बीच शुक्रवार को पूर्वी लद्दाख का औचक दौरा कर सैनिकों से मुलाकात की। मोदी ने लेह का दौरा किया जहां उन्होंने सेना, वायु सेना और आईटीबीपी के जवानों के साथ बातचीत की। मोदी के साथ प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत और सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे भी थे। मोदी ने कहा कि विस्तारवाद का दौर समाप्त हुआ और भारत के शत्रुओं ने उसके सशस्त्र बलों के ‘कोप और क्रोध’ को देख लिया है।
15 जून को हुई झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हुए थे
15 जून को लद्दाख की गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच झड़प हुई थी। इसमें भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे। चीन के 40 से अधिक सैनिक मारे गए थे। हालांकि, चीन ने अभी तक अपने मारे गए सैनिकों की संख्या नहीं बताई है।