नई दिल्लीः इंडिया गठबंधन के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार और सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश बी सुदर्शन रेड्डी ने कांग्रेस अध्यक्ष-राज्यसभा नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी और लोकसभा नेता राहुल गांधी की उपस्थिति में अपना नामांकन दाखिल किया। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) नेता शरद पवार, समाजवादी पार्टी (सपा) नेता राम गोपाल यादव, द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के तिरुचि शिवा, शिवसेना (उबाठा) नेता संजय राउत, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के जॉन ब्रिटास और तृणमूल कांग्रेस की शताब्दी रॉय सहित कई विपक्षी नेता भी उपस्थित रहे।
उपराष्ट्रपति पद के लिए विपक्ष के साझा उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी ने बृहस्पतिवार को नामांकन पत्र दाखिल किए। नामांकन पत्र के चार सेट दाखिल किए गए हैं, जिन पर कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन, द्रमुक के तिरुचि शिवा समेत 160 सांसदों ने बतौर प्रस्तावक व अनुमोदक हस्ताक्षर किए हैं। रेड्डी उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश और गोवा के लोकायुक्त रहे हैं। वह हैदराबाद में स्थित अंतरराष्ट्रीय माध्यस्थम् एवं मध्यस्थता केंद्र के न्यासी बोर्ड के सदस्य भी हैं।
महाराष्ट्र के राज्यपाल सी. पी. राधाकृष्णन भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के उम्मीदवार हैं। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की पृष्ठभूमि वाले राधाकृष्णन तमिलनाडु में भाजपा के दिग्गज नेता रहे हैं।
हाल ही में ‘इंडिया’ (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस) गठबंधन से अलग हुई आम आदमी पार्टी (आप) भी उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए रेड्डी का समर्थन कर रही है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) ने महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति पद के लिए अपना उम्मीदवार चुना है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की पृष्ठभूमि वाले राधाकृष्णन तमिलनाडु के अनुभवी भाजपा नेता रहे हैं। आठ जुलाई, 1946 को वर्तमान तेलंगाना के रंगारेड्डी जिले के अकुला मायलाराम गाँव में पैदा हुए रेड्डी को दो मई, 1995 को आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय का स्थायी न्यायाधीश और पांच दिसंबर, 2005 को गुवाहाटी उच्च न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया था।
वह 12 जनवरी, 2007 को उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश बने और आठ जुलाई, 2011 को सेवानिवृत्त हुए। अगर राजग ने यह सुनिश्चित करने के लिए तमिलनाडु के राधाकृष्णन को अपना उम्मीदवार चुना है कि द्रमुक उनका विरोध नहीं करे, तो विपक्ष ने अपनी रणनीति के तहत एक प्रतिष्ठित तेलुगु चेहरे को उम्मीदवार बनाकर इसका जवाब दिया है।
इससे आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के दलों तेलुगु देशम पार्टी और वाईएसआरसीपी और बीआरएस के लिए रेड्डी का समर्थन नहीं करना मुश्किल हो गया है। हालांकि, वाईएसआरसीपी ने पहले ही राजग उम्मीदवार के लिए अपना समर्थन घोषित कर दिया है।
रेड्डी को 27 दिसम्बर 1971 को आंध्र प्रदेश बार काउंसिल के तहत हैदराबाद में अधिवक्ता के रूप में नामांकित किया गया। रेड्डी ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा हैदराबाद में पूरी की और 1971 में उस्मानिया विश्वविद्यालय से कानून की डिग्री हासिल की।