नयी दिल्ली, 18 दिसंबर उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू और उनकी पत्नी उषा शनिवार को अपनी नातिन के दीक्षांत समारोह में शामिल हुए तथा दर्शकों के बीच बैठे।
उपराष्ट्रपति सचिवालय के एक अधिकारी ने बताया कि नायडू की नातिन इम्मानी सुषमा चौधरी ने नोएडा के एक विश्वविद्यालय में डिग्री और पुरस्कार प्राप्त किया।
नायडू की नातिन ने जब पुरस्कार प्राप्त किया, तो उपराष्ट्रपति और उनकी पत्नी मंच पर उनके साथ ही थे।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि उन्होंने और उनकी पत्नी ने नाना-नानी के रूप में समारोह में भाग लिया, न कि उपराष्ट्रपति और उनकी पत्नी के रूप में।
नायडू ने समारोह में अपने संक्षिप्त संबोधन के दौरान अपनी नातिन के पुरस्कार जीतने पर प्रसन्नता व्यक्त की और कहा कि वह दीक्षांत समारोह का आनंद लेने के लिए कार्यक्रम में शामिल हुए।
अतीत में "विश्वगुरु" और एक ज्ञान दाता के रूप में भारत की स्थिति को याद करते हुए, नायडू ने कहा, "समय बीतने के साथ, हमने अपनी विरासत खो दी और हममें से कुछ ने एक औपनिवेशिक मानसिकता विकसित की। हमें अपनी जड़ों की ओर वापस जाना होगा, अपनी धरोहर और विरासत से प्रेरणा लेनी होगी तथा एक मजबूत, समृद्ध, सामंजस्यपूर्ण एवं खुशहाल भारत बनाने के लिए काम करना होगा।"
इम्मानी को "मानव और पारंपरिक मूल्यों में उत्कृष्टता के लिए श्री बलजीत शास्त्री पुरस्कार" से सम्मानित किया गया।
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