नई दिल्ली, 22 अप्रैल: लखनऊ के विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के सदस्य ने अभी हाल ही में अपने ओला कैब की बुकिंग इसलिए रद्द कर दी क्योंकि उसका ड्राइवर एक मुस्लिम था। इस बात की जानकरी उसने खुद अपने ट्वीटर हैंडल पर पोस्ट कर के दी। इसके बाद से उनका यह ट्वीट सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ। अभिषेक मिश्रा नाम के एक ओला यूजर ने ओला कैब को इसलिए कैंसल कर दिया था क्योंकि उसका ड्राइवर मुस्लिम था। इसके बाद अभिषेक ने कैंसल की गई कैब से जुड़ा स्क्रीनशॉट ट्विटर पर डालते ट्वीट किया 'वह अपने पैसे 'जिहादियों' को नहीं देना चाहते।' इसके बाद से उनका यह ट्वीट खूब वायरल हुआ है। अभिषेक ने अपने आप को वीएचपी का सोशल मीडिया एडवाइजर और 'हिंदुत्व थिंकर' बताया है।
बता दें कि अभिषेक मिश्रा का ट्विटर अकाउंट वेरिफाइड है। इसमें डिफेंस मिनिस्टर निर्मला सीतारमण और पेट्रोलियम एवं नेचुरल गैस मिनिस्टर धर्मेंद्र प्रधान के साथ-साथ अन्य कैबिनेट नेता भी उन्हें मिश्रा को फॉलो करते हैं। मिश्रा के ट्वीट पर ओला ने अपना जवाब भी दिया है।
इसके बाद इसे लेकर कांग्रेस के सांसद शशि थरूर और दिल्ली कांग्रेस नेता शर्मिस्त मुखर्जी समेत कई ट्विटर यूजर ने अभिषेक के इस ट्वीट की निंदा की थी। शशि थरूर ने पर हमला करते हुए लिखा 'ऐसे लोगों को प्रशंसा और 'फॉलो' करने के बजाए बहिष्कृत करना चाहिए। 'मुझे ऐसा भारत याद है जहां लोग इस तरह सोच रखने वालों का बहिष्कार करते थे बजाए उन्हें 'फॉलो' करने के। उन्होंने इस ट्वीट को हैशटैग ब्रिंगइंडियननेसबैक के साथ पोस्ट किया।
इसके साथ ही पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी की पुत्री शर्मिस्था मुख़र्जी ने भी बीजेपी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने पीएम मोदी को टैग करते हुए लिखा @नरेन्द्र मोदी ने ओला कैब को रद्द कर दिया क्योंकि ड्राइवर एक मुसलमान था इस तस्वीर से यह स्पष्ट है कि अगर बीजेपी सत्ता में लौट आएगी तो होगा! जय हेल (नरक) बीजेपी।'
इसके बाद अभिषेक ने अपना बचाव करते हुए दोबारा ट्वीट किया 'हिंदू और हिंदू देवताओं को कठुआ घटना में भी बदनाम किया गया था। लोग मुझ पर हमला कर रहें हैं, क्या मुझे अपने लिए चुनने का अधिकार नहीं है? अगर वह कठुआ घटना में हनुमान जी पोस्टर के खिलाफ अभियान चला सकते हैं, तो फिर उन्हें जवाब के लिए तैयार रहना चाहिए।
इस मामले पर ओला ने भी ट्वीट करके अभिषेक को लताड़ा है। उन्होंने लिखा "ओला हमारे देश की तरह एक धर्मनिरपेक्ष मंच है। यहां हम जाति, धर्म, लिंग या मजहब के आधार पर अपने ड्राइवर और ग्राहकों के साथ भेदभाव नहीं करते हैं। हम अपने सभी ग्राहकों और ड्राइवरों से हर किसी व्यक्ति के साथ सम्मान से पेश आने का आग्रह करते हैं।'