Uttarakhand Tunnel Collapse: "सुरंग में फंसे हुए श्रमिकों को निकालने की तैयारी अंतिम चरण में", मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: November 23, 2023 09:56 AM2023-11-23T09:56:07+5:302023-11-23T10:00:19+5:30
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की ओर से बताया गया है कि 12 नवंबर से उत्तरकाशी में सिल्कयारा सुरंग में फंसे विभिन्न राज्यों के 41 श्रमिकों को निकालने की तैयारी अंतिम चरण में है।
देहरादून: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कार्यालय ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करके कहा है कि 12 नवंबर से उत्तरकाशी में सिल्कयारा सुरंग में फंसे विभिन्न राज्यों के 41 श्रमिकों को निकालने की तैयारी अंतिम चरण में है।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से बताया गया है कि मजदूरों को निकालने की तैयारी अंतिम चरण में है और खुद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी व्यक्तिगत तौर पर मामले की निगरानी के लिए उत्तरकाशी में मौजूद हैं।
इस बीच उत्तरकाशी में सिल्क्यारा सुरंग के अंदर फंसे 41 श्रमिकों को बचाने के प्रयास गुरुवार को 12वें दिन भी लगातार जारी है। बताया जा रहा है कि मौके पर श्रमिकों को फौरी राहत पहुंचाने के लिए चिकित्सा उपकरण भी पहुंच गए।
इस संबंध में अधिकारियों ने कहा कि आज ढही सुरंग से मजदूरों को बाहर निकाले जाने की उम्मीद है और एनडीआरएफ की टीम के साथ उत्तराखंड शासन के वरिष्ठ अधिकारी लगातार मौके पर लगे हुए हैं।
जानकारी के अनुसार आधी रात तक के वक्त बचाव दल ने कहा था कि लगभग 10 मीटर मलबे ने उन्हें फंसे हुए श्रमिकों से अलग कर दिया है और ऑपरेशन में फंसे हुए श्रमिकों को बाहर निकालने के लिए मलबे के माध्यम से चौड़े पाइप डालने के लिए ड्रिलिंग की जा रही है।
बचाव दल ने बताया कि ड्रिल करने के काम आ रही बरमा मशीन एक घंटे में लगभग 3 मीटर मलबे को ड्रिल कर रही है, जो पहले एक धातु बाधा से टकरा गई थी।
उत्तरकाशी में सिल्क्यारा सुरंग से निकाले जाने के बाद फंसे श्रमिकों की चिकित्सा जांच और देखभाल के लिए चिन्यालीसौड़ के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 41 बिस्तरों वाला एक अस्पताल तैयार किया गया है। बचावकर्मियों ने कहा कि अस्पताल पहुंचने के बाद श्रमिकों की विस्तृत चिकित्सा जांच की जाएगी।
इससे पहले रात में एनडीआरएफ कर्मियों ने चल रहे बचाव अभियान में सहायता के लिए उत्तरकाशी की सिल्क्यारा सुरंग में ऑक्सीजन सिलेंडर भी पहुंचाए।
मालूम हो कि सुरंग में मजदूर 12 नवंबर से फंसे हुए हैं, जब सिल्कयारा से बरकोट तक निर्माणाधीन सुरंग सिल्कयारा की ओर 60 मीटर की दूरी पर मलबा गिरने के कारण अवरुद्ध हो गई थी। पिछले 12 दिनों से उत्तराखंड सुरंग के अंदर फंसे 41 श्रमिकों को बचाने का अभियान आज अपने महत्वपूर्ण चरण में है।