लखनऊः केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कहा कि बीजेपी ने कर दिया। पिछले 35 वर्षों में उत्तर प्रदेश में एक भी राजनीतिक दल को लगातार दो बार बहुमत नहीं मिला है। 2014 में, बीजेपी ने नरेंद्र मोदी को भारत के पीएम के रूप में घोषित किया और उनके नेतृत्व में हमने पहली बार 2017 में यूपी में अपनी सरकार बनाने का सपना देखा।
अमित शाह ने कहा कि ये हम सभी के लिए गौरव का क्षण है, जब किसी मुख्यमंत्री को दोबारा सत्ता में आने का मौका मिला है। जब से आम चुनाव शुरू हुए हैं, उस वक्त से उत्तर प्रदेश में ऐसा नहीं हुआ है। उत्तर प्रदेश में ज्यादातर समय राजनीतिक अस्थिरता का माहौल रहा। इसका नतीजा उत्तर प्रदेश की राजनीति में जातिवादी और परिवारवादी पार्टियों का उदय हो गया।
समाजवादी पार्टी की सरकार में राजनीति का अपराधीकरण था। उत्तर प्रदेश की जनता इससे मुक्ति चाहती थी। 2017 का समय आया और यहां की जनता को उससे मुक्ति मिली है। सपा सरकार में उद्योगपतियों का सम्मेलन दिल्ली में होता था। क्योंकि कोई भी उद्योगपति लखनऊ आने के लिए तैयार नहीं होता था।
शाह ने कहा कि सपा सरकार में माफिया और गुंडे पुलिस के मालिक बन बैठे थे। गरीब की एफआईआर लिखवाने की हिम्मत नहीं होती थी। 2017 के बाद जब सत्ता में बदलाव हुआ, तो आप देख सकते हैं गुंडे और माफियाओं की क्या हालत है।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 2017 से हम प्रदेश को कुशासन से सुशासन की तरफ ले गए। अब हमारी जिम्मेदारी और बढ़ गई है। सुशासन को और कैसे सुदृढ़ करना है। इस पर हम सभी को कार्य करना है।हमारी सरकार ने बिना भेदभाव के आम जन तक गरीब कल्याण की योजनाएं पहुंचाई हैं।
सपा-बसपा की सरकार में गरीबों के विकास के लिए कोई योजना नहीं थी। 2017 से पहले सुशासन की कोई बात नहीं करता था। वक्त तो कोई सोचता भी नहीं था, आज ये सब संभव हो पाया है। उत्तर प्रदेश के लोगों की यह धारणा थी 'मोदी है तो मुमकिन है'। हमें राज्य की बेहतरी के लिए फिर से मिलकर काम करना होगा। यूपी देश में सबसे अधिक आबादी वाला राज्य है, आने वाले सालों में मुझे बहुत काम करना है।