गोरखपुरः सोमालिया की एक कंपनी ने उत्तर प्रदेश के 25 मजदूरों सहित 33 मजदूरों को कथित तौर पर बंधक बना लिया है। मानव सेवा संस्थान के राजेश मणि ने बताया कि कुशीनगर के एक मजदूर ने उनसे संपर्क किया था उसके बाद यह मामला सामने आया है।
उन्होंने बताया, ‘‘मैंने भारतीय दूतावास नैरोबी, केन्या और विदेश मंत्रालय से ट्वीट और ईमेल के जरिये संपर्क किया और उन्होंने मजदूरों की मदद करने का आश्वासन दिया है।’’ केन्या में भारतीय दूतावास ने ट्वीट के जरिये 21 अगस्त को जवाब दिया कि दूतावास सोमालिया के मोगादिशू में फंसे 33 मजदूरों की रिहाई को लेकर सोमालिया सरकार के संपर्क में है।
राजेश मणि ने बताया कि उनकी जानकारी के अनुसार वहां फंसे 25 मजदरों में से 21 मजदूर गोरखपुर मंडल के हैं जिनमें से सात मजदूर गोरखपुर के, 10 कुशीनगर के, तीन देवरिया के जबकि दो-दो मजदूर गोंडा, महाराजगंज, सिदार्थनगर, संतकबीर नगर के हैं। इसके अलावा छह मजदूर बिहार के जबकि एक-एक मजदूर पंजाब और हिमाचल प्रदेश के हैं। यह मजदूर 10 महीने पहले वहां गये थे, पहले दो महीने कंपनी ने इनके साथ अच्छा व्यवहार किया लेकिन पिछले आठ महीने से इन्हें वेतन नहीं मिला है।
जॉर्जिया: एक बैंक में बंधक बनाए गए 43 लोगों को मुक्त कराया गया
पूर्व सोवियत देश जॉर्जिया की पुलिस ने कहा कि बुधवार को सशस्त्र हमलावर द्वारा एक बैंक में बंधक बनाए 43 लोगों को मुक्त करा लिया गया है। पुलिस द्वारा यह घोषणा स्थानीय मीडिया में बंदूकधारी द्वारा तीन बंधकों के साथ इमारत से भागने की खबर के महज कुछ देर बार की गई। सशस्त्र हमलावर ने पश्चिमी जॉर्जिया के जुगदीदी कस्बे में बैंक कर्मियों और ग्राहकों को बंधक बनाया था।
जॉर्जिया के गृह मंत्री ने बंधकों की संख्या और हमलावर की मांग को लेकर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। हालांकि, स्थानीय मीडिया के मुताबिक हमलावर ने पांच लाख डॉलर नकद की मांग की है। जॉर्जिया के राष्ट्रीय टीवी चैनल मत्वारी ने खबर दी कि हमलावर के पास हथगोले हैं। इसके साथ ही तस्वीर प्रसारित की जिसमें बंधक लोग जमीन पर बैठे हैं और सैन्य वर्दी पहने नकाबपोश हमलावर राइफल के साथ खड़ा है। जॉर्जिया के कई टेलीविजन चैनलों ने खबरें प्रसारित की हैं कि हमलावर ने इमारत छोड़ दी है और अपने साथ तीन बंधकों को अज्ञात स्थान पर ले गया है।
दो टेलीविजन चैनलों ने तस्वीर प्रसारित की जिसमें हमलावर तीन बंधकों के साथ इमारत से बाहर निकलता दिख रहा है। खबरों के मुताबिक तीन में से एक बंधक संभवत: स्थानीय पुलिस के प्रमुख हैं जो हमलावर के साथ बातचीत में शामिल थे।
गृह मंत्रालय द्वारा बृहस्पतिवार तड़के जारी बयान के मुताबिक 43 बंधकों को मुक्त करा लिया गया है और उन्हें सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित कर दिया गया है। पुलिस का अभियान जारी है। हालांकि, बयान में बंदूकधारी द्वारा तीन बंधकों को साथ ले जाने के बारे में टिप्पणी नहीं की गई है।