उत्तर प्रदेशः योगी मंत्रिमंडल में 8 पद खाली, विस्तार की सुगबुगाहट तेज, लोकसभा चुनाव को लेकर समीकरण साधने की कोशिश, कई मंत्री हटाए जाएंगे, इनको मिल सकता है मौका!
By राजेंद्र कुमार | Published: May 24, 2023 05:29 PM2023-05-24T17:29:21+5:302023-05-24T17:36:46+5:30
उत्तर प्रदेशः निकाय चुनाव में बेहतर प्रदर्शन न करने वाले मंत्री मंत्रिमंडल से बाहर होंगे, जबकि बेहतर प्रदर्शन करने वाले विधायकों, एमएलसी को इस बार मंत्रिमंडल में मौका मिलेगा.
लखनऊः उत्तर प्रदेश में योगी सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार जल्दी ही होगा. मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर बीते दो दिनों से सत्ता पक्ष के खेमे में सुगबुगाहट हो रही है. चर्चा है कि जल्दी ही अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों को लेकर समीकरण को साधने के लिए मंत्रिमंडल में कुछ नए चेहरे शामिल किए जाएंगे.
कुछ मंत्री हटाए जाएंगे. मंत्रियों को हटाए जाने का पैमाना निकाय चुनावों में खराब प्रदर्शन को बनाया जाएगा. ऐसे सुगबुगाहट के चलते पहली बार लखनऊ और रामपुर से चुनाव जीतकर विधायक बने राजेश्वर सिंह और आकाश सक्सेना को मंत्री बनने जाने की चर्चा होने लगी है. इन दोनों विधायकों को सीएम योगी भी पसंद करते हैं.
यूपीः योगी सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार होगा
योगी सरकार में नए चेहरों पर दांव लगाने को लेकर कहा जा रहा है कि इस समय योगी सरकार में सीएम योगी समेत 52 मंत्री हैं. जबकि मंत्रिमंडल में अधिकतम सदस्यों की संख्या 60 हो सकती है. ऐसे में अभी अभी आठ सदस्यों को मंत्री बनाया जा सकता है.
कहा जा रहा है कि अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के दृष्टिगत सीएम योगी और पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व क्षेत्रीय तथा जातीय समीकरण को और व्यापक सामाजिक आधार देने के लिए सूबे में मंत्रिमंडल विस्तार करने पर चिंतन कर रहा है. भाजपा के सीनियर नेताओं का कहना है कि जल्दी ही योगी सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार होगा.
यूपीः बेहतर प्रदर्शन न करने वाले मंत्री मंत्रिमंडल से बाहर होंगे
निकाय चुनाव में बेहतर प्रदर्शन न करने वाले मंत्री मंत्रिमंडल से बाहर होंगे. जबकि बेहतर प्रदर्शन करने वाले विधायकों, एमएलसी को इस बार मंत्रिमंडल में मौका मिलेगा. मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले नामों में चर्चा सबसे ज्यादा हो रही है, वो लखनऊ की सरोजनी नगर सीट से पहला चुनाव जीते राजेश्वर सिंह और रामपुर शहर सीट से विधायक बने आकाश सक्सेना हैं.
राजेश्वर सिंह प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) में बड़े अधिकारी रहे है और चुनावों के पहले वीआरएस लेकर भाजपा में शामिल हो गए. सरकार बनने पर मुख्यमंत्री उन्हे मंत्री बनाना चाहते थे लेकिन तब यह संभव नहीं हुआ. कहा जा रहा है कि अब मंत्रिमंडल विस्तार होने पर उन्हें मंत्री बनाया जाएगा.
यूपीः विजय पाठक और विधायक जयवीर सिंह को भी मंत्री बनाया जा सकता है
इसी प्रकार आकाश सक्सेना उन्होंने आजम खान के सबसे खास आसिम रजा को चुनाव हराया कर रामपुर में भाजपा का झंडा बुलंद किया था, उन्हें मंत्री बनाया जाएगा, ताकि रामपुर में पार्टी को मजबूत किया जा सके. इसके अलावा एमएलसी विजय पाठक और विधायक जयवीर सिंह को भी मंत्री बनाया जा सकता है.
भाजपा नेताओं के अनुसार, इस वक्त निकाय चुनाव के दौरान मंत्रियों के प्रदर्शन का आकलन किया जा रहा है. निकाय चुनाव में सभी 17 नगर निगम की मेयर सीट पर भाजपा ने जीत दर्ज की. नगर पालिका, नगर पंचायत और वार्डों में भी भाजपा का प्रदर्शन अच्छा रहा. हालांकि कुछ जिलों में हुई हार को लेकर भाजपा में मंथन चल रहा है.
यूपीः निकाय चुनावों के रिजल्ट के आधार पर ही तय होगा
नगर पालिका और नगर पंचायत अध्यक्ष की कई सीटों पर भाजपा को हार का सामना क्यों करना पड़ा, जहां पर उसे जीत की उम्मीद थी. मंत्रिमंडल में फेरबदल का मुख्य आधार इसे ही बनाया जाएगा. किसी मंत्री को अच्छे काम के लिए पुरस्कृत करना है या खराब प्रदर्शन करने वालों को मंत्रिमंडल से बाहर का रास्ता दिखाना है?
यह निकाय चुनावों के रिजल्ट के आधार पर ही तय होगा. इसके अलावा क्षेत्रीय तथा जातीय समीकरण को साधने के लिए भी कुछ सदस्यों को मंत्रिमंडल में शामिल किया जाएगा. कहा जा रहा है कि केंद्र में मोदी सरकार के नौ वर्ष पूरे होने के अवसर पर 30 मई से 30 जून तक जो देशव्यापी संपर्क अभियान शुरू होने जा रहा है, उसके खत्म होने के बाद ही योगी सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार होगा.