सामूहिक बलात्कारः दिल्ली के अस्पताल में मौत, प्रियंका बोलीं- हाथरस, शाहजहांपुर और गोरखपुर ने हिला दिया, महिलाओं की सुरक्षा का नाम-ओ-निशान नहीं
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: September 29, 2020 02:34 PM2020-09-29T14:34:48+5:302020-09-29T14:47:56+5:30
जिलाधिकारी हाथरस प्रवीण लक्षकार ने कहा कि पीड़िता को SC/ST एक्ट में 4,12,500 रुपये की राशि दी गई थी और आज बाकी राशि दी जाएगी, कुल 10 लाख की आर्थिक मदद दी जा रही है। फास्टट्रैक कोर्ट बनाकर दोषियों को शीघ्र सजा दिलाई जाएगी।
नई दिल्ली/हाथरसः उत्तर प्रदेश के हाथरस में जिस 19 वर्षीय महिला के साथ सामूहिक बलात्कार किया गया था उसकी दिल्ली के एक अस्पताल में मौत हो गई, भाई ने मौत की पुष्टि की।
लड़की का 14 सितंबर, 2020 को हाथरस में सामूहिक बलात्कार किया गया था। जिलाधिकारी हाथरस प्रवीण लक्षकार ने कहा कि पीड़िता को SC/ST एक्ट में 4,12,500 रुपये की राशि दी गई थी और आज बाकी राशि दी जाएगी, कुल 10 लाख की आर्थिक मदद दी जा रही है। फास्टट्रैक कोर्ट बनाकर दोषियों को शीघ्र सजा दिलाई जाएगी।
हाथरस एएसपी प्रकाश कुमार ने कहा कि चारों अभियुक्तों की पहले गिरफ्तारी की जा चुकी है, 376 डी सेक्शन के आधार पर शासन द्वारा निर्धारित धनराशि की पहली किश्त 4,12,500 रुपये पीड़िता के परिवारवालों के खाते में ट्रांसफर कर दिए हैं। पीड़िता का पोस्टमार्टम दिल्ली में कराया जा रहा है।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने साधा निशाना
उत्तर प्रदेश में विपक्षी नेताओं कांग्रेस की प्रियंका गांधी वाड्रा, समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव और बहुजन समाज पार्टी की मायावती ने घटना की निंदा करते हुये दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग की। कांग्रेस की उप्र प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने मंगलवार को एक ट्वीट में कहा, ''हाथरस की हैवानियत झेलने वाली दलित बच्ची ने सफदरजंग अस्पताल में दम तोड़ दिया। दो हफ्ते तक वह अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझती रही। हाथरस, शाहजहांपुर और गोरखपुर में एक के बाद एक दुष्कर्म की घटनाओं ने राज्य को हिला दिया है।''
उन्होंने दूसरे ट्वीट में कहा, ''उप्र में कानून व्यवस्था हद से ज्यादा बिगड़ चुकी है। महिलाओं की सुरक्षा का नाम-ओ-निशान नहीं है। अपराधी खुले आम अपराध कर रहे हैं। इस बच्ची के कातिलों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिये । योगी आदित्यनाथ उप्र की महिलाओं की सुरक्षा के प्रति आप जवाबदेह हैं।''
बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने दोषियों को सख्त सजा दिये जाने की मांग की। उन्होंने हिंदी में ट्वीट कर कहा, ''यूपी के हाथरस में सामूहिक दुष्कर्म के बाद दलित पीड़िता की आज हुई मौत की खबर अति दुखद:। सरकार पीड़ित परिवार की हरसंभव सहायता करे व फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाकर अपराधियों को जल्द सजा सुनिश्चित करें, बीएसपी की यह मांग है।''
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी पीड़िता की मौत पर दुख व्यक्त किया। उन्होंने एक ट्वीट में कहा, ''हाथरस की सामूहिक दुष्कर्म एवं दरिंदगी की शिकार एक बेबस दलित बेटी ने आख़िरकार दम तोड़ दिया. नम आंखों से पुष्पांजलि! आज की असंवेदनशील सत्ता से अब कोई उम्मीद नहीं बची।''
...यूपी में कानून व्यवस्था हद से ज्यादा बिगड़ चुकी है। महिलाओं की सुरक्षा का नाम-ओ-निशान नहीं है।अपराधी खुले आम अपराध कर रहे हैं।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) September 29, 2020
इस बच्ची के क़ातिलों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। @myogiadityanath उप्र की महिलाओं की सुरक्षा के प्रति आप जवाबदेह हैं। 2/2
हाथरस में सामूहिक दुष्कर्म की शिकार लड़की की दिल्ली के अस्पताल में मौत
हाथरस में सामूहिक दुष्कर्म की शिकार 19 वर्षीय दलित लड़की की मंगलवार सुबह दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में मौत हो गई। पुलिस के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। हाथरस के पुलिस अधीक्षक विक्रांत वीर ने मंगलवार को इस बात की पुष्टि की कि लड़की की आज तड़के तीन बजे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में मौत हो गयी है।
उन्होंने कहा, “इस घटना के सिलसिले में गिरफ्तारी के बाद जेल में बंद चारों आरोपियों के खिलाफ अब भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या) भी जोड़ी जाएगी।” हाथरस जिले के चंदपा थाना क्षेत्र स्थित एक गांव में 14 सितंबर को 19 साल की एक दलित लड़की के साथ कथित तौर पर सामूहिक दुष्कर्म की वारदात हुई थी।
पुलिस ने कहा कि पीड़िता को घटना के बाद अलीगढ़ के जेएन मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया था, सोमवार सुबह उसकी हालत गंभीर होने के कारण इलाज के लिये उसे दिल्ली भेजा गया था। मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों के अनुसार लड़की जीवन रक्षक प्रणाली पर थी।
लड़की का गला भी दबाया गया था जिससे उसकी जुबान बाहर आ गयी थी और कट गयी थी
इससे पहले पुलिस अधीक्षक ने बताया कि था कि वारदात के दौरान लड़की का गला भी दबाया गया था जिससे उसकी जुबान बाहर आ गयी थी और कट गयी थी। अलीगढ़ के अस्पताल के एक प्रवक्ता ने बताया कि महिला के पैर पूरी तरह काम नहीं कर रहे थे और हाथ भी आंशिक रूप से लकवाग्रस्त हो गए थे।
पुलिस अधीक्षक विक्रांतवीर के मुताबिक लड़की ने अपने साथ बलात्कार की वारदात के बारे में पुलिस को पहले कुछ नहीं बताया था मगर बाद में मजिस्ट्रेट को दिए गए बयान में उसने आरोप लगाया कि संदीप, रामू, लवकुश और रवि नामक युवकों ने उससे दुष्कर्म किया था।
उन्होंने कहा कि वारदात के दौरान विरोध करने पर जान से मारने की कोशिश करते हुए उसका गला भी दबाया गया था। हाथरस के पुलिस अधीक्षक विक्रांतवीर ने शनिवार को 'भाषा' को बताया था कि 14 सितंबर को पहले चंदपा पुलिस थाने के एक गांव में 19 साल की एक दलित लड़की को संदीप (20) नाम के एक लड़के द्वारा जान से मारने की कोशिश का मामला सामने आया जिसके बाद उसी दिन उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
बाद में मजिस्ट्रेट को दिये गये बयान में पीड़िता ने बताया कि उसके साथ संदीप के अलावा तीन और युवकों रामू, लवकुश और रवि ने मिलकर सामूहिक दुष्कर्म किया और विरोध करने पर जान से मारने की कोशिश में उसका गला दबाया जिससे उसकी जबान कट गयी थी। हाथरस के पुलिस अधीक्षक ने कहा था कि लड़की को अलीगढ़ के जेएन मेडिकल कालेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उसको वेंटीलेटर पर रखा गया था।