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UP Vidhan Sabha Session: कानून-व्यवस्था की बात आप मत करिए?, विधानसभा में सीएम योगी ने सपा पर किया हमला, देखिए वीडियो

By सतीश कुमार सिंह | Updated: August 11, 2025 12:08 IST

UP Vidhan Sabha Session Live: सपा से यह उम्मीद ही नहीं की जा सकती है कि सुरक्षा की बात करेगी और विकास का काम करेगी।

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ठळक मुद्देयदि कोई और होता तो बहुत कायदे से आपको जवाब देता। गोरखपुर और प्रदेश के व्यापारियों में आपके प्रति आक्रोश है...सरकार विरोधी नारे लिखे हुये थे।

लखनऊः उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में कहा कि गोरखपुर और प्रदेश के व्यापारियों में आपके प्रति आक्रोश है... व्यापारी इसी बात को लेकर आशंकित थे कि उनके विकास के लिए कोई काम नहीं हुआ है। व्यापारियों ने आपका सम्मान किया था लेकिन यदि कोई और होता तो बहुत कायदे से आपको जवाब देता। सपा से यह उम्मीद ही नहीं की जा सकती है कि वे सुरक्षा की बात करेगी और विकास का काम करेगी। सीए योगी ने सपा विधायकों से कहा कि कानून का हाल क्या था आपके समय में, इस मुद्दे पर आप लोग बात मत करिए।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज से उत्तर प्रदेश विधानमंडल का सत्र प्रारंभ होने जा रहा है। उत्तर प्रदेश का विधानमंडल देश के किसी भी विधानमंडल से बड़ा विधानमंडल है। पिछले 8-8.5 वर्षों में उत्तर प्रदेश विधानमंडल ने अनेक उपलब्धियां हासिल की हैं, इस बार का सत्र भी काफी महत्वपूर्ण है।

उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने उत्तर प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र पर कहा कि विपक्ष प्रदर्शन करे, प्रदर्शन करना विपक्ष का काम है, मुझे उसमें कोई आपत्ति नहीं है लेकिन अगर उनके पास कोई मुद्दा है तो वो सदन के सामने रखें। सरकार हर सवाल का जवाब देने के लिए तैयार है। 

समाजवादी पार्टी के नेता शिवपाल सिंह यादव ने उत्तर प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र पर कहा कि यह सरकार कुछ काम नहीं कर रही है। हमारे पूर्वज कहते हैं कि अगर वर्तमान सुधार लो तो भविष्य तो सुधर ही जाएगा। सपा नेता ने सीएम योगी पर हमला कर कहा कि राज्य में हालत खराब है। 

उत्तर प्रदेश विधानमंडल में मानसून सत्र की शुरुआत से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को कहा कि यह सत्र स्वतंत्रता के अमृत काल के तीसरे वर्ष में होने के साथ-साथ राज्य के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानमंडल की कार्यवाही में भाग लेने वाले सभी सदस्यों का स्वागत किया।

विधानमंडल के मानसून सत्र की शुरुआत से पहले वह संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने सत्र की महत्ता, सरकार की योजनाओं और विकसित उत्तर प्रदेश के दृष्टिकोण को रेखांकित करते हुए कहा, ‘‘सत्र स्वतंत्रता के अमृत काल के तीसरे वर्ष में होने के साथ-साथ राज्य के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा।’’

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार का मानसून सत्र काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसमें सरकार अगले 25 वर्षों की कार्ययोजना को सदन के पटल पर रखेगी। उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा से आत्मनिर्भर भारत और विकसित भारत के संकल्प को साकार करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ‘विकसित उत्तर प्रदेश’ का दृष्टिकोण लेकर आगे बढ़ रही है।

इसको नीति आयोग और विशेषज्ञों के सहयोग से तैयार किया गया है, जिसमें समाज के हर वर्ग की सहभागिता सुनिश्चित की जाएगी।’’ मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘आगामी 13 और 14 अगस्त को 24 घंटे इस दृष्टिकोण पर सदन में चर्चा होगी। सर्वदलीय बैठक में सभी नेताओं के बीच इस पर सहमति बनी है।’’

उन्होंने कहा कि यह चर्चा न केवल विधानसभा और विधान परिषद में होगी, बल्कि आम जनता की राय भी इसमें शामिल की जाएगी। योगी ने कहा, ‘‘2047 तक जब भारत एक विकसित राष्ट्र बनेगा, तब उत्तर प्रदेश भी ‘विकसित उत्तर प्रदेश’ के रूप में तैयार होगा।’’ उन्होंने बताया, ‘‘प्रश्नकाल में जनप्रतिनिधि जनहित से जुड़े सवाल उठाएंगे, जबकि शून्यकाल में महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होगी।

सरकार सभी सवालों का जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार है।’’ मुख्यमंत्री ने सभी दलों से सार्थक और रचनात्मक चर्चा की अपील की, ताकि समय का सदुपयोग हो और नकारात्मकता से बचा जा सके। उन्होंने कहा, ‘‘हम सदन में चर्चा के लिए आने वाले सभी प्रस्तावों का स्वागत करेंगे। युवाओं के हित, उत्तर प्रदेश के विकास और जनता की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं।

अनावश्यक व्यवधान उत्पन्न करने वालों को जनता स्वयं जवाब देगी।’’ मुख्यमंत्री ने बताया, ‘‘मानसून सत्र में बाढ़ और जलजमाव जैसे मुद्दों पर चर्चा होगी। इसके अलावा, स्वास्थ्य, शिक्षा, बुनियादी ढांचा, गरीब कल्याण और सभी वर्गों के उत्थान से जुड़े विषयों पर भी गहन चर्चा होगी।’’ उन्होंने पिछले साढ़े आठ वर्ष में सरकार की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश ने विकास के क्षेत्र में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसा प्राप्त की है। मुख्यमंत्री ने विपक्ष, विशेष रूप से समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘उनका एजेंडा विकास के बजाय नकारात्मकता पर केंद्रित रहता है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘पहले जब हमने 36 घंटे की कार्यवाही को आगे बढ़ाया था, तब भी सपा ने इसका विरोध किया और असंसदीय शब्दों का उपयोग किया, जिसके लिए वे पहले से ही कुख्यात हैं।’’ उन्होंने विपक्ष से सकारात्मक और विकासोन्मुखी चर्चा में भाग लेने की अपील की।

मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश विधानमंडल को देश का सबसे बड़ा विधानमंडल बताते हुए कहा, ‘‘यहां होने वाली चर्चाएं पूरे देश के लिए एक नजीर बनती हैं। पिछले साढ़े आठ वर्ष में उत्तर प्रदेश विधानमंडल ने कई उपलब्धियां हासिल की हैं और जनहित के मुद्दों पर सार्थक चर्चा की है। इस बार भी 25 करोड़ की आबादी की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए हम महत्वपूर्ण एजेंडे के साथ सत्र में उपस्थित हुए हैं।’’

मुख्यमंत्री ने प्रदेशभर से आए सभी विधानसभा और विधान परिषद सदस्यों का स्वागत किया और सत्र की सफलता के लिए अपनी शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि यह सत्र उत्तर प्रदेश के विकास और समृद्धि की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक भी उपस्थित थे।

सपा विधायकों ने विधानसभा परिसर में राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी की

उत्तर प्रदेश विधानमंडल में सोमवार से शुरू हो रहे मानसून सत्र से पहले मुख्य विपक्षी पार्टी समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायकों ने विधानसभा परिसर में सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। सपा विधायक संग्राम यादव, आरके वर्मा, फहीम, जय प्रकाश अंचल, नफीस अहमद समेत पार्टी के अन्य विधायक और विधान परिषद सदस्य विधानसभा परिसर में चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के पास इकट्ठा हुए और सरकार के खिलाफ ‘आप चलाइए मधुशाला, हम चलायेंगे पीडीए पाठशाला’ जैसे नारे लगाए। सपा सदस्य हाथ में बैनर, पोस्टर और प्लेकार्ड लिये हुये थे जिसमें सरकार विरोधी नारे लिखे हुये थे।

आज से शुरू हो रहे मानसून सत्र में सपा स्कूलों के विलय, बाढ़ और बिजली विभाग के निजीकरण के मुद्दे को प्रमुखता से उठाएगी, वहीं सत्ता पक्ष ‘विजन डॉक्यूमेंट-2047’ का मसौदा पेश करेगा। इससे पहले रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सर्वदलीय बैठक की। बैठक में मुख्यमंत्री एवं सदन के नेता योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि सदन में जनता से जुड़े मुद्दों पर सार्थक चर्चा होना जरूरी है।

क्योंकि जनता की भावनाओं को जनप्रतिनिधि ही सबसे अच्छे तरीके से सदन में रख सकते हैं। उन्होंने अपेक्षा की कि उत्तर प्रदेश इस दिशा में देश का नेतृत्व करेगा और 2047 के ‘विकसित भारत’ के लक्ष्य में योगदान देगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पहली विधानसभा होगी जो ‘विजन डॉक्यूमेंट’ पर विस्तृत चर्चा करेगी। इसमें प्रदेश के समग्र विकास के लिए सभी दलों के सुझाव शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि यह किसी राजनीतिक दल का एजेंडा नहीं, बल्कि प्रदेश के भविष्य का साझा खाका होगा।

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