लखनऊ: यूपी विधासनभा चुनाव में समाजवादी पार्टी ने जातिगत जनगणना का कार्ड खेला है। रविवार को समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने ऐलान किया है कि अगर उनकी सरकार बनती है तो वे राज्य में तीन माह के अंदर जातिगत जनगणना करवाएंगे। यूपी के पूर्व सीएम ने कहा कि जातियों को उनके हिस्से के अनुसार सामाजिक न्याय दिया जाएगा।
लखनऊ में एक पार्टी के कार्यक्रम के दौरान अखिलेश यादव ने बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, “यह सरकार पेड़ों की गिनती कर रही है, जानवरों की गिनती कर रही है, लेकिन यह जनसंख्या में पिछड़ों की गिनती क्यों नहीं कर रही है। मैं चाहता हूं कि जाति की जनगणना की जाए ताकि पिछड़े लोगों को जनसंख्या में उनके हिस्से के अनुसार लाभ मिल सके।" इस दौरान उन्होंने पिछड़ों और दलितों को लेकर मौजूदा सरकार पर वार किया।
वहीं मौजूदा सीएम योगी आदित्यनाथ पर हमला करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि सिर्फ वोट पाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मकर संक्रांति पर गोरखपुर में एक दलित के घर दोपहर का भोजन करते हैं। इससे पहले इसी कार्यक्रम में सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने योगी सरकार की कैबिनेट में पूर्व मंत्री दारा सिंह चौहान का अपनी पार्टी में गर्मजोशी से स्वागत किया।
बता दें कि चौहान ने बुधवार को कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया था। इसके अलावा भाजपा के सहयोगी अपना दल (एस) के एक अन्य मौजूदा विधायक आरके वर्मा भी चुनाव से पहले समाज पार्टी में शामिल हुए। दोनों के पार्टी में शामिल होने पर अखिलेश ने कहा, 'भाजपा को हराने और सत्ता से बेदखल करने की लड़ाई में शामिल होने के लिए मैं आप दोनों को बधाई देता हूं।