UP Politics News: अयोध्या धाम में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद से सियासत जारी, भाजपा विधायक अयोध्या तो सपा एमएलए इटावा में करेंगे पूजा-पाठ, जानें कारण
By राजेंद्र कुमार | Published: February 10, 2024 04:08 PM2024-02-10T16:08:30+5:302024-02-10T16:10:22+5:30
UP Politics News: सपा मुखिया अखिलेश यादव यह शिव मंदिर इटावा में लायन सफारी के पास बनवा रहे हैं. नाम केदारेश्वर महादेव मंदिर है. जो केदारनाथ की तर्ज पर बन रहा है.
लखनऊः उत्तर प्रदेश (यूपी) के अयोध्या धाम में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद से शुरू हुई सियासत लगातार जारी है. इसके चलते 11 फरवरी को अब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और उसके सहयोगी दलों के विधायक अयोध्या में राम मंदिर में पूजा अर्चना करने जाएंगे. जबकि भाजपा नेताओं के अयोध्या दर्शन के जवाब में 11 फरवरी को समाजवादी पार्टी (सपा) के मुखिया अखिलेश यादव पार्टी के एक दर्जन से अधिक विधायकों के साथ इटावा के शिव मंदिर के दर्शन करने जाएंगे. सपा मुखिया अखिलेश यादव यह शिव मंदिर इटावा में लायन सफारी के पास बनवा रहे हैं. इसका नाम केदारेश्वर महादेव मंदिर है. जो केदारनाथ की तर्ज पर बन रहा है. रविवार देर शाम सपा मुखिया अपने विधायकों के साथ लखनऊ से रवाना होंगे.
भाजपा विधायक बस से जाएंगे अयोध्या
गौरतलब है कि योगी सरकार और सूबे के विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने सभी विधायकों को अयोध्या चलने का निमंत्रण दिया था. सतीश महाना ने सभी विधायकों को अयोध्या चलने और वहां रामलला के दर्शन करने का निमंत्रण दिया था. अयोध्या में राम मंदिर का दर्शन कराने की मांग सपा के विधायक राकेश प्रताप सिंह की तरफ से आई थी.
विधान सभा अध्यक्ष ने इस मांग पर सभी विधायकों को 11 फरवरी को बस से अयोध्या ले जाने का इंतजाम किया. इसी के बाद भाजपा और उसके सहयोगी दलों के विधायकों ने अयोध्या जाने की तैयारी कर ली. रालोद के विधायक भी भाजपा नेताओं से साथ अयोध्या जाने को तैयार हो गए लेकिन लेकिन सपा विधायकों ने भाजपा विधायकों के साथ अयोध्या जाने से मना कर दिया.
अखिलेश यादव ने इस बाबत खुलकर यह कहा कि उन्हे जब भगवान का बुलावा आयेगा, तब वह अपने विधायकों के साथ अयोध्या जाएंगे. वास्तव में सपा किसी भी सूरत में भाजपा के साथ नजर नहीं आना चाहती है. इसलिए अखिलेश यादव ने यह फैसला लिया. सपा के सीनियर नेता शिवपाल यादव ने तो यह भी कह दिया पार्टी अपने विधायकों के अयोध्या में राम मंदिर दर्शन करने के लिए अलग से प्रबंध करेगी.
विपक्षी दलों के विधायकों को अयोध्या ले जाना भाजपा का ट्रैप है. हमें इसमें नहीं फंसना है. राम मंदिर सुप्रीम कोर्ट के आदेश से बन रहा है लेकिन भाजपा इसका क्रेडिट लेना चाहती है. इसीलिए समाजवादी पार्टी ने अब नई रणनीति बनाई है और 11 फरवरी को इटावा में शिव जी की पूजा करने जाएगी.
पूजा करने के बाद लायन सफारी जाएगे सपा विधायक
इस सोच के चलते ही सपा मुखिया अखिलेश यादव ने फैसला किया है कि सभी विधायक इटावा चलेंगे. वहां सब शिव मंदिर जाएंगे. महादेव की पूजा अर्चना करेंगे. फिर पार्टी के सभी विधायक लायन सफारी जाएंगे. लायन सफारी अखिलेश यादव के राज में बना था. इटावा का शिव मंदिर भी अखिलेश यादव ही बनवा रहे हैं.
इस मंदिर का भूमि पूजन भी अखिलेश और डिंपल ने ही किया था. केदारनाथ मंदिर के मॉडल पर इटावा का मंदिर बन रहा है. मंदिर का निर्माण आखिरी दौर में है. पार्टी के सभी विधायक अखिलेश यादव के साथ बस में सवार होकर इटावा जायेंगे. मामला बहुसंख्यक हिंदू वोटरों का है.
राम के नाम पर बीजेपी का दावा इस वोट बैंक पर है. समाजवादी पार्टी का संकट ये है कि उसे मुस्लिम वोट भी चाहिए और उसे हिंदू विरोधी भी नहीं दिखना है. यानी इस इतवार को यूपी की सियासत राम बनाम शिव की होगी