लखनऊ: नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने वाले आरोपियों के खिलाफ उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने बड़ा फैसला लिया है। सीएम योगी के आदेश पर इन आरोपियों के नाम व पते के साथ फोटो सहित ब्यौरा वाले पोस्टर व होर्डिंग को शहर में लगाया जा रहा है। इन होर्डिंग में आरोपियों से सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने पर पेनाल्टी जमा करने के लिए कहा गया है।
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, सीएए के खिलाफ दिसंबर 2019 में विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा में आरोपित प्रदर्शनकारियों के खिलाफ योगी आदित्यनाथ सरकार ने यह कार्रवाई की है। रिपोर्ट के मुताबिक, होर्डिंग में कहा गया है कि अगर ये लोग पेनाल्टी नहीं देते हैं तो इनकी सपंत्ति जब्त कर ली जाएगी।
हालांकि, अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि जब इन लोगों को पहले ही व्यक्तिगत स्तर पर नोटिस दिया जा चुका है तो ऐसा राज्य सरकार ने ऐसा होर्डिंग क्यों लगवाया है। जिन लोगों की होर्डिंग में तस्वीरें लगी हैं उनमें एक्टिविस्ट और राजनीतिज्ञ सदफ जफर, वकील मोहम्मद शोएब, थियेटर से जुड़े दीपक कबीर, पूर्व आईपीएस एसआर दारापुरी शामिल हैं। ये सभी जमानत पर है कहा है कि सरकार की ओर से संपत्ति जब्त करने के फरमान के खिलाफ कोर्ट में लड़ाई लड़ेंगे।
सीएम योगी ने अमित शाह से की मुलाकात-
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात कर राज्य से संबंधित कई मुद्दों पर चर्चा की। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। माना जा रहा है कि 30 मिनट चली बातचीत में आदित्यनाथ और शाह ने उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति पर चर्चा की।
कयास लगाया जा रहा है कि दोनों नेताओं ने मुलाकात में जनगणना और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर अद्यतन की आगामी प्रक्रिया पर भी चर्चा की। अधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने गृहमंत्री शाह को उत्तर प्रदेश के ताजा हालात की जानकारी दी।