ढाबे वाले ने खाना खाने पर पैसे मांगे तो यूपी पुलिस रच दी 'फेक एनकाउंटर' की साजिश! जानें पूरा मामला

By विनीत कुमार | Updated: March 24, 2021 09:32 IST2021-03-24T09:24:55+5:302021-03-24T09:32:23+5:30

उत्तर प्रदेश के एटा में एक पुलिस इंस्पेक्टर सहित कुछ अन्य पुलिसकर्मियों पर एक ढाबे के मालिक को झूठे केस में फंसाने का मामला सामने आया है।

UP Etah cops framed dhaba owner in fake encounter after asked to pay for eating | ढाबे वाले ने खाना खाने पर पैसे मांगे तो यूपी पुलिस रच दी 'फेक एनकाउंटर' की साजिश! जानें पूरा मामला

एटा में पुलिस ने रची 'फेक एनकाउंटर' की साजिश (फाइल फोटो)

Highlightsएटा में ढाबे वाले के खाने के पैसे देने पर विवाद के बाद पुलिस पर फर्जी केस बनाने का आरोपपुलिस ने बहस के बाद ढाबे के मालिक सहित 9 लोगों को गिरफ्तार कर लिया था, 4 फरवरी का मामलामामले में जांच के बाद सामने आई अलग कहानी, ढाबे के मालिक के भाई ने जांच की मांग की थी

उत्तर प्रदेश के एटा जिले में फेक एनकाउंटर के बाद एक ढाबे के मालिक सहित 9 लोगों को फर्सी केस में गिरफ्तार करने के मामले में एक इंस्पेक्टर और कुछ अन्य पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। ऐसे आरोप हैं कि पुलिस ने इन लोगों के खिलाफ अवैध शराब और गांजा बरामद करने का झूठा दावा किया और गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
 
एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के अनुसार ये सबकुछ केवल इसलिए हुआ क्योंकि ढाबे के मालिक ने कथित तौर पर दो पुलिसवालों से खाने के पैसे मांग लिए थे। घटना करीब 40 दिन पुरानी है। मामले में पुलिसवालों पर कार्रवाई उस समय हुई जब बात सीनियर अधिकारियों तक पहुंची और पूरे मामले की जांच के आदेश दिए गए।

रिपोर्ट के अनुसार 4 फरवरी को ढाबे के मालिक और कुछ अन्य लोगों को पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया था। इसमें कुछ ग्राहक भी हैं जो पुलिसवालों और ढाबे के मालिक के बीच विवाद के दौरान बीच-बचाव के लिए आए थे। 

पुलिस ने बताया था सभी को शराब और ड्रग्स का तस्कर

पुलिस ने तब इनकी गिरफ्तारी में बताया कि ये लोग शराब और ड्रग्स की तस्करी की कोशिश कर रहे थे और उस रात एक 'एनकाउंटर' के बाद गिरफ्तार किए जा सके। पुलिस ने गिरफ्तारी को लेकर जारी प्रेस नोट में तब ये भी कहा था कि इनके पास से 6 देशी रिवॉल्वर, 12 जिंदा कारतूस, दो किलो गांजा और 80 लीटर अवैध शराब जब्त किए गए हैं।

हालांकि, ढाबे के मालिक के भाई प्रवीण कुमार का तब कुछ और बयान सामने आया था और उसने एक अलग कहानी बताई थी। प्रवीण कुमार के अनुसार, '4 फरवरी को दिन में 2 बजे कुछ पुलिसवाले ढाबे पर खाने आए थे। मेरा भाई वहां था। मैं घर पर था। खाने के पैसे देने की बात पर पुलिसवालों की मेरे भाई के साथ बहस हुई। वे हमेशा आते थे लेकिन कभी पैसे नहीं देते थे। कभी-कभी 100 रुपये दे देते थे लेकिन खाना उससे कहीं अधिक का खा जाते थे।'

प्रवीण कुमार के आरोपों के अनुसार उस विवाद के कुछ देर बाद पुलिस की दो जीब ढाबे पर आई और सभी को पुलिस थाने ले गई। इसमें वे ग्राहक भी शामिल थे, बहस ढाबे मालिक और पुलिस की बहस के बीच में आए थे। प्रवीण के अनुसार इसके बाद पुलिस ने अवैध शराब, गांजा मिलने का केस बना दिया।

बहरहाल एटा पुलिस की ओर ट्वीट कर बताया गया कि शुरुआती जांच में पुलिसवालों के खिलाफ आरोप सही साबित हो रहे हैं और इसलिए उन्हें निलंबित किया गया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है।

एटा पुलिस जोन के एडिशनल डीजीपी रैंक के अधिकारी राजीव कृष्ण ने कहा, 'कोतवाली देहात पुलिस स्टेशन के इनचार्ज के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए गए हैं और शुरुआती जांच में आरोप साबित होते हैं। आरोपी पुलिसवालों को निलंबित किया गया है और आगे की जांच एटा से बाहर अलीगढ़ शिफ्ट की गई है ताकि निष्पक्ष जांच की जा सके।'

Web Title: UP Etah cops framed dhaba owner in fake encounter after asked to pay for eating

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