लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के लिए पूर्व मंत्री ओमप्रकाश राजभर के नेतृत्व वाली सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) समाजवादी पार्टी गठबंधन में शामिल में हुई थी। हालांकि, इस बार पार्टी छह सीटों पर जीत दर्ज कर सकी। वहीं, चुनाव मिली करार शिकस्त के बाद ओपी राजभर ने नया आरोप लगाया है। उनका दावा है कि पूर्वांचल की 122 सीटें ऐसी हैं जिन पर भाजपा कार्यालय में उम्मीदवारों का फैसला किया गया और बसपा कार्यालय में चुनाव चिन्ह दिए गए।
ऐसे में ओपी राजभर का कहना है, "हमने विधानसभा चुनाव की समीक्षा करने का फैसला किया है। उनकी रिपोर्ट के आधार पर जो हमारी कमियों की ओर इशारा करती है, हम उस पर काम करने की कोशिश करेंगे। दूसरी बात ये है कि बीएसपी और बीजेपी का मेल हो गया है, जो यूपी में बड़ा खेल हो गया। पूर्वांचल की 122 सीटें ऐसी हैं जिन पर भाजपा कार्यालय में उम्मीदवारों का फैसला किया गया और बसपा कार्यालय में चुनाव चिन्ह दिए गए। मैं इसके लिए सबूत दे सकता हूं। चाहे वह बसपा हो या कांग्रेस, चार बार सत्ता में रहने वाली पार्टियों ने भाजपा का समर्थन किया। उनका वोट कहां गया?"
बता दें कि साल 2017 में भाजपा के साथ मिलकर ओपी राजभर की पार्टी ने आठ सीटों पर चुनाव लड़ा था, जिसमें चार सीटों पर पार्टी ने जीत हासिल की थीं। इसके बाद ओमप्रकाश राजभर ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व की भाजपा सरकार में बतौर कैबिनेट मंत्री शपथ ली थी। हालांकि, कुछ ही महीनों बाद राजभर की भाजपा से शुरू हो गई, जिसके बाद राजभर ने भाजपा से विद्रोह कर मंत्री पद छोड़ने के बाद वह लगातार विरोधी तेवर अपनाए। फिलहाल, चुनाव 2022 में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ने सपा के साथ मिलकर राज्य की 18 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ा था।