UP Election 2022: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोमवार को यूपी के मैनपुरी की करहल सीट से अपना नामांकन पत्र दाखिल किया और कहा कि आगामी राज्य विधानसभा चुनाव अगली सदी के लिए देश का इतिहास लिखेंगे। उन्होंने लोगों से नकारात्मक राजनीति को हराने की अपील की।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की संपत्ति 40.4 करोड़ हैं। साल 2000 में जब अखिलेश ने कन्नौज सीट से उपचुनाव जीता था, तब उनकी संपत्ति 2 करोड़ 31 लाख थी। इस तरह से देखा जाए तो 22 साल में संपत्ति 17 गुना बढ़ गई है। इसमें चल और अचल दोनों शामिल है। अखिलेश यादव पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं।
बैंक खातों में 8.43 करोड़ जमा हैं। अखिलेश यादव 17.93 एकड़ जमीन के मालिक हैं। इनके ऊपर 28.97 लाख का कर्ज है। पत्नी डिंपल यादव के पास बैंक खातों में 58.92 लाख हैं। पत्नी के पास 4 करोड़ 76 लाख और 84 हजार की चल संपत्ति, जबकि 10 करोड़ की अचल संपत्ति हैं।
अखिलेश यादव के पास 76,015 रुपये मूल्य का मोबाइल फोन और 5.34 लाख रुपये से अधिक की व्यायाम मशीन है। सपा प्रमुख के पास कोई हथियार नहीं है, जबकि भाजपा से उनके प्रतिद्वंद्वी एस. पी. सिंह बघेल के पास लाइसेंसी राइफल और रिवॉल्वर हैं। दोनों नेताओं के चुनावी हलफनामों के अनुसार, अखिलेश (और उनकी पत्नी डिंपल और बेटी अदिति की) की कुल संपत्ति 40.14 करोड़ रुपये से अधिक है, जबकि बघेल (और उनकी पत्नी मधु और बेटा पार्थ) की 8.75 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति है।
डिंपल यादव के पास 1.25 लाख रुपये का कंप्यूटर और 2,774 ग्राम से अधिक वजन के सोने के गहने, 203 ग्राम मोती, 127.75 कैरेट का हीरा है जिसकी कीमत 59,76,687 रुपये है। सपा प्रमुख पति-पत्नी के पास कोई वाहन नहीं है। अखिलेश यादव की कुल चल संपत्ति 8.43 करोड़ रुपये से अधिक है, जबकि डिंपल की 4.76 करोड़ रुपये से अधिक है।
अखिलेश, डिंपल और अदिति की चल संपत्ति 13.30 करोड़ रुपये से ज्यादा है। अखिलेश के पास 17.22 करोड़ रुपये से अधिक की अचल संपत्ति है, जबकि डिंपल के पास 9.61 करोड़ रुपये से अधिक की अचल संपत्ति है। उनकी कुल अचल संपत्ति 26.83 करोड़ रुपये से अधिक है। सपा प्रमुख पर 28.97 लाख रुपये से अधिक की देनदारी है, जबकि उनकी पत्नी पर 14.26 लाख रुपये से अधिक की देनदारी है।
इस बीच केंद्रीय मंत्री प्रोफेसर एस. पी. सिंह बघेल ने सोमवार को मैनपुरी जिले के हाई प्रोफाइल करहल विधानसभा क्षेत्र से अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। समाजवादी पार्टी के प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव इसी सीट से उम्मीदवार हैं। प्रोफेसर बघेल मौजूदा समय में आगरा से भारतीय जनता पार्टी के सांसद हैं और केंद्र सरकार में कानून और न्याय राज्य मंत्री हैं।
सपा प्रमुख यादव के करहल क्षेत्र से नामांकन पत्र दाखिल करने के कुछ देर बाद ही बघेल ने भाजपा उम्मीदवार के रूप में अपना पर्चा भरा। साठ वर्षीय बघेल सैन्य विज्ञान में एसोसिएट प्रोफेसर हैं और वह चौथी बार सांसद हैं। वह योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली उप्र सरकार में पशुपालन, मत्स्य पालन, लघु सिंचाई और भूमिगत विभाग के मंत्री रह चुके हैं।
भाजपा प्रत्याशी बघेल (और उनकी पत्नी और बेटे) की कुल चल संपत्ति 84 लाख रुपये से अधिक है। इसमें बघेल के 45.94 लाख रुपये से अधिक, मधु सिंह बघेल (पत्नी) के 25.91 लाख रुपये से अधिक और पार्थ सिंह बघेल (पुत्र) के 12.14 लाख रुपये से अधिक शामिल हैं। केंद्रीय मंत्री की कुल अचल संपत्ति 7.91 करोड़ रुपये से अधिक है।
इसमें बघेल के 1.85 करोड़ रुपये से अधिक, मधु के 5.99 करोड़ रुपये से अधिक और पार्थ के 7.70 लाख रुपये से अधिक शामिल हैं। वर्तमान में, 61 वर्षीय बघेल, जो आगरा (सुरक्षित) से लोकसभा सांसद हैं, केंद्रीय कानून और न्याय मंत्रालय में राज्य मंत्री हैं।
चुनावी हलफनामे के अनुसार, बघेल पर कोई देनदारी नहीं है, जबकि उनकी पत्नी पर 63.33 लाख रुपये से अधिक की देनदारी है। केंद्रीय मंत्री ने अपने चुनावी हलफनामे में कहा है कि उनके खिलाफ अदालत में तीन मामले लंबित हैं, जबकि अखिलेश यादव के खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज है और बघेल के खिलाफ कोई मामला लंबित नहीं है।